सांसद जयंत सिन्हा ने दिया ये जवाब , साथ ही स्पष्टीकरण पूछे जाने पर जताया रोष

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सांसद जयंत सिन्हा ने दिया जवाब , साथ ही स्पष्टीकरण पूछे जाने पर जताया रोष

सांसद जयंत सिन्हा ने दिया ये जवाब , साथ ही स्पष्टीकरण पूछे जाने पर जताया रोष

बुधवार की रात पूर्व केंद्रीय मंत्री व हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा के द्वारा झारखंड प्रदेश भाजपा के महामंत्री आदित्य साहू द्वारा मांगे स्पष्टीकरण का जवाब भेज दिया गया। जिसे जयंत सिन्हा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी पोस्ट किया है।

उन्होंने स्पष्टीकरण पूछे जाने पर लिखा है कि पोस्टल बैलेट के जरिए वोट डाला था और लिखा है कि दो मार्च को ही राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से उन्होंने गुजारिश की थी कि चुनाव संबंधी कार्यों से उन्हें अलग रखा जाए। साथ ही स्पष्टीकरण पूछे जाने पर उन्होंने रोष भी जताया है।

पत्र में लिखा है कि माननीय लोकसभा अध्यक्ष जी को सूचित करने के बाद मैं कुछ महत्वपूर्ण निजी प्रतिबद्धताओं के कारण 10 मई 2024 को विदेश चला आया। पार्टी द्वारा मुझे किसी भी कार्यक्रम में आमंत्रित न किये जाने के कारण मुझे वहाँ रुकने की कोई ख़ास आवश्यकता दिखाई नहीं पड़ी। जाने से पहले मैंने पोस्टल बैलट प्रक्रिया के माध्यम से अपना वोट दिया था। इसलिए यह आरोप लगाना गलत है कि मैंने अपने मतदान के कर्तव्य का पालन नहीं किया।

भारतीय जनता पार्टी के साथ अपने 25 वर्षों की सेवा के दौरान मैं दो बार सांसद, केंद्रीय राज्य मंत्री और लोकसभा की वित्त संबंधी संसदीय स्थायी समिति का अध्यक्ष रहा हूँ। हज़ारीबाग में मेरे विकास और संगठनात्मक कार्यों की व्यापक रूप से सराहना की गई है, जिसका सबसे बड़ा साक्ष्य था कि 2014 और 2019 के चुनावों में मेरी रिकॉर्ड मतों से जीत हुई थी।

पिछले कई दशकों से मैंने पार्टी की कई महत्वपूर्ण और सार्थक राष्ट्रीय नीति संबंधी पहलों में सहायता की है। इन पदों पर रहते हुए मेरे कार्यों की सभी हितधारकों द्वारा व्यापक रूप से प्रशंसा की गई है। मुझे वित्त संबंधी संसदीय स्थायी समिति के उत्कृष्ट कार्य के लिए संसद महारत्न पुरस्कार से सम्मानित करने के साथ ही माननीय राष्ट्रपति जी द्वारा भी सम्मानित किया गया है। मुझे कई महत्वपूर्ण संसदीय और मीडिया बहसों में भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी जी की सरकार का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला है। मैंने पार्टी की अपनी सभी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभाया है।

इन योगदानों और उपरोक्त परिस्थितियों के मद्देनजर आपके द्वारा इस पत्र को सार्वजनिक रूप से जारी करना मेरी नजर में अनुचित है। आपका यह रवैया समर्पित पार्टी कार्यकर्ताओं को निराश करने के अलावा पार्टी के सामूहिक प्रयासों को भी कमजोर करने वाला है। इसके अतिरिक्त, पार्टी के प्रति मेरी निष्ठा और कठिन परिश्रम के बावजूद, ऐसा प्रतीत होता है कि मुझे अन्यायपूर्ण तरीके से निशाना बनाया जा रहा है।

हम निश्चित ही किसी भी समय व्यक्तिगत रूप से या फोन पर बात कर सकते थे ताकि आपके किसी भी संदेह को दूर किया जा सके। हज़ारीबाग लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी के पदाधिकारी होने के नाते आप कभी भी मुझसे संपर्क कर सकते थे। चुनाव समाप्त होने के बाद आपके द्वारा इस तरह का पत्र भेजना मेरे लिए समझ से परे है।

https://x.com/jayantsinha/status/1793346439394770986?s=08

 

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