JTET परीक्षा पर फिर लगा ग्रहण , ये बना फिर बाधक, आठ वर्ष बाद शुरू हुई थी प्रक्रिया
राँची : JTET परीक्षा पर फिर ग्रहण लग गया है। इस साल भी JTET की परीक्षा सम्भव नहीं है। इसका सबसे बड़ा कारण समय रहते नियमावली में संशोधन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाना है। झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा आठ वर्ष बाद शुरू हुई थी और परीक्षा को लेकर झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने आवेदन भरवाया था। जिसमें लगभग चार लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन भरा है।
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परीक्षा के सिलेबस और सभी विषयों में अलग-अलग पास करने के प्रावधान में बदलाव की मांग को लेकर छात्र कर रहे थे। अभ्यर्थियों ने बताया कि सिलेबस व परीक्षा में पास करने का प्रावधान एनसीटीइ की गाइडलाइन के अनुरूप नहीं है। अभ्यर्थियों की मांग के अनुरूप बाद में शिक्षा विभाग ने नियमावली में बदलाव का निर्णय लिया। और इसके लिए कमेटी गठित की गयी है। कमेटी की रिपोर्ट के मुताबिक सिलेबस व परीक्षा पास करने को लेकर तय प्रावधान में बदलाव को लेकर तैयारी शुरू की गई पर इसकी प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई।
विधानसभा चुनाव के कारण अभी तो परीक्षा सम्भव नहीं है,अब नयी सरकार गठन के बाद ही नियमावली में बदलाव की प्रक्रिया पूरी हो सकती है। सिलेबस में बदलाव के बाद अभ्यर्थियों को कम से कम एक माह का समय मिलेगा। फरवरी से मैट्रिक, इंटर की परीक्षा प्रस्तावित है। ऐसे में अब मैट्रिक, इंटर की परीक्षा के बाद ही झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा होने की संभावना है।
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