पारा शिक्षकों के तर्ज पर जनजातीय भाषाओं के शिक्षकों की होगी नियुक्ति,मांगी गई सूची

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पारा शिक्षकों के तर्ज पर जनजातीय भाषाओं के शिक्षकों की होगी नियुक्ति,मांगी गई सूची

पारा शिक्षकों के तर्ज पर जनजातीय भाषाओं के शिक्षकों की होगी नियुक्ति,मांगी गई सूची

पारा शिक्षकों के तर्ज पर जनजातीय भाषाओं के शिक्षकों की नियुक्ति होगी। इसे लेकर तैयारी तेज कर दी गई है। यह नियुक्ति स्थानीय स्तर पर ही की जाएगी। और घण्टी आधारित नियुक्ति होगा। इसे लेकर प्राथमिक विद्यालयों/प्राथमिक कक्षा वाले विद्यालयों के अंतर्गत जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा के संवद्धीकरण हेतु विद्यालयों का चिन्हित करते हुए जनजातीय और क्षेत्रीय भाषा का प्रयोग करनेवाले छात्र/छात्राओं की संख्या उपलब्ध कराने हेतु सर्वेक्षण करने को कहा गया है।

निदेशक प्राथमिक शिक्षा स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभास झारखण्ड सरकार के पत्रांक 551 दिनांक 06.05.2024 द्वारा जारी प्रसंग के आलोक में निदेश के अनुसार कहा गया है कि क्षेत्रीय भाषा को प्रोत्साहन प्रदान करने हेतु प्राथमिक विद्यालयों/प्राथमिक कक्षा वाले विद्यालयों में छात्र/छात्रा द्वारा सर्वाधिक जनजातीय क्षेत्रीय भाषा का प्रयोग किये जाने वाले विद्यालयों को चिन्हित की कार्रवाई की जानी है। प्रारंभिक कक्षा के विद्यार्थियों का बोल चाल की भाषा/मातृभाषा में शिक्षण प्रदान करने से सीखने की प्रक्रिया सहज हो जाती है एवं छीजन दर कम होता है। विद्यार्थियों के द्वारा जनजातीय भाषा-संथाली, हो, खडिया, मुण्डारी, माब्ती, बिरहोरी, भूमिज, असुर, तथा क्षेत्रीय भाषा-बांग्ला, उडिया, पंचपरगनिया, खोरठा, कुरमाली, नागपुरी का अधिकाधिक प्रयोग किया जाता है।

क्षेत्रीय भाषा के प्रोत्साहन हेतु चयनित माचेत/मास्टर द्वारा विद्यालयों में बच्चो के भाषावी ज्ञान एवं भाषा संवर्द्धन का कार्य किया जाएगा। अतः सभी प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी अपने प्रह्माण्डाधीन चिन्हित विद्यालयों को CRP, BRP के साथ टैग करते हुए विद्यालय का सर्वेक्षण कार्य हेतु आवंटित कर दिनांक 30.05.2024 तक जिला कार्यालय को सूची समर्पित करेंगे।

विद्यालय स्तर पर सर्वेक्षण कार्य दिनांक 07 जून से 10 जून 2024 तक प्रतिनियुक्त CRP एवं संबंधित शिक्षकों के द्वारा पूर्ण करने को कहा गया है।

प्रखण्ड स्तर पर समेकन एवं प्रखण्ड समिति से अनुमोदन के पश्चात 12 जून 2024 तक जिला कार्यालय को उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा।

(1) सर्वेक्षण प्रपत्र-1- जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा का प्रयोग करने वाले विद्यार्थियों की संख्या से संबंधित प्रपत्र (विद्यालय स्तर)

(II) सर्वेक्षण प्रपत्र-2- जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा के प्रोत्साहन हेतु विद्यालयवार चयन की समेकित विवरणी (प्रखण्ड स्तर)

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