विनोबा भावे विश्वविद्यालय के छात्रों का न्याय मार्च : रेप-मर्डर के दोषियों को फांसी की मांग
विनोबा भावे विश्वविद्यालय में छात्र नेता अभिषेक राज के नेतृत्व में आरजी कर मेडिकल कॉलेज, कोलकाता में हुए रेप और मर्डर के दोषियों को फांसी देने की मांग को लेकर एक व्यापक न्याय मार्च का आयोजन किया गया। इस मार्च में विश्वविद्यालय के सभी विभागों के हजारों छात्रों ने भाग लिया और महिला सुरक्षा को लेकर अपनी आवाज़ बुलंद की।मार्च की शुरुआत विश्वविद्यालय परिसर से हुई, इस दौरान छात्र नेता अभिषेक राज ने कहा, “आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई यह भयावह घटना हमारी न्याय प्रणाली और समाज के मूल्यों पर सवाल खड़ा करती है।
हम इस मामले में दोषियों को फांसी की सजा की मांग करते हैं ताकि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
“मार्च के दौरान सभी छात्राओं ने भी अपनी बात रखी और महिला सुरक्षा के मुद्दे को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि हर महिला को समाज में सुरक्षित महसूस करना चाहिए और ऐसे अपराधों के दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। एक छात्रा ने कहा, “हम महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं। ऐसे अपराध हमारे समाज के लिए कलंक हैं, और हमें न्याय चाहिए।
रिसर्च स्कॉलर पुष्कर कुमार पुष्प ने भी महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा, “आज के समाज में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध न केवल शर्मनाक हैं, बल्कि हमारे सामाजिक ताने-बाने को भी खंडित कर रहे हैं। हमें एक ऐसा समाज बनाना होगा जहां महिलाएं सुरक्षित और सम्मानित महसूस करें। इसके लिए आवश्यक है कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिले और ऐसा उदाहरण स्थापित हो जिससे अपराधियों को भविष्य में ऐसे जघन्य कार्य करने से पहले सोचना पड़े।
महिलाओं की सुरक्षा केवल कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह हमारी सामूहिक सामाजिक जिम्मेदारी भी है। हमें महिलाओं के प्रति अपने दृष्टिकोण में परिवर्तन लाना होगा और उन्हें समान अवसर और सुरक्षा प्रदान करनी होगी।””इस अवसर पर छात्र नेता जीवन यादव ने भी अपनी बात रखते हुए कहा, “यह समय है जब हम सब मिलकर महिलाओं के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाने की दिशा में कदम उठाएं।
हम इस न्याय मार्च के माध्यम से सरकार और न्यायपालिका से अनुरोध करते हैं कि वे इस मामले में दोषियों को कठोरतम सजा दें, ताकि समाज में एक संदेश जाए कि इस तरह के जघन्य अपराध बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
“मार्च विश्वविद्यालय परिसर से शुरू होकर डिस्ट्रिक मोड़, झील, और मेडिकल कॉलेज होते हुए वापस विश्वविद्यालय परिसर में समाप्त हुआ। छात्रों ने मार्च के दौरान तख्तियों और बैनरों के साथ न्याय की मांग को लेकर नारे लगाए। उन्होंने आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि ऐसे अपराधों के दोषियों को बिना किसी देरी के न्यायिक प्रक्रिया के तहत फांसी की सजा मिलनी चाहिए।
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