झारखंड के स्थानीय लोगों को ही मिलेगी फैक्ट्रियों में नौकरी,बन्द फैक्ट्री भी खुलेगा
मुख्यमंत्री श्री चम्पाई सोरेन ने आज झारखंड मंत्रालय में अधिकारियों की उपस्थिति में उद्योग विभाग के अद्यतन कार्य प्रगति की उच्चस्तरीय समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य में बड़े-बड़े इंडस्ट्री के साथ-साथ लघु, कुटीर एवं छोटे-छोटे ग्रामोद्योगों को हर हाल में बढ़ावा दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे-छोटे लघु, कुटीर एवं ग्रामोद्योगों से जोड़कर गरीब, किसान तथा जरूरतमंद लोगों के आय में वृद्धि लाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में सिल्क और तसर उत्पादन के क्षेत्र में रोजगार के अच्छे अवसर हैं। मुख्यमंत्री ने झारक्राफ्ट तथा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में अधिक से अधिक संख्या में महिलाओं को प्रशिक्षण देकर हुनरमंद बनाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
धागा उत्पादन के क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में धागा उत्पादन के क्षेत्र में रोजगार की काफी संभावनाएं दिख रही हैं। राज्य खादी बोर्ड एवं झारक्राफ्ट के प्रतिनिधि महिलाओं को धागा उत्पादन के क्षेत्र में रोजगार के लिए प्रेरित करें तथा उन्हें प्रशिक्षित भी करें। तसर, रेशम कोकून की प्रोसेसिंग तथा धागा तैयार करने की ट्रेनिंग महिलाओं को अवश्य दें। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिन महिलाओं को खादी बोर्ड एवं झारक्राफ्ट द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है उन्हें राज्य सरकार की नीति के तहत 35% सब्सिडी देकर उपकरण भी उपलब्ध कराएं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सरायकेला-खरसावां जिला अंतर्गत राजनगर में स्थापित खादी पार्क में विभिन्न प्रकार के वस्त्र निर्माण उद्योग हेतु एक बेहतर कार्य योजना बनाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा रोजगार सृजन हेतु जितने भी संसाधन विकसित किए गए हैं उनका बेहतर इस्तेमाल कर अधिक से अधिक लोगों को स्वरोजगार का अवसर देना हमसभी की जिम्मेदारी है, अधिकारी कार्यशैली में बदलाव लाकर इन जिम्मेदारियों का तत्परता से निर्वहन करें।
बंद पड़े औद्योगिक इकाइयों का सर्वेक्षण कर उन्हें पुनर्जीवित करने का कार्य योजना बनाएं
मुख्यमंत्री श्री चम्पाई सोरेन ने झारखंड इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (जियाडा) के कार्य प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि जियाडा अंतर्गत वैसे औद्योगिक यूनिट जो स्थापित होने के बाद किसी कारणवश बंद पड़े हैं, उनका सर्वेक्षण करें। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि बंद पड़े औद्योगिक इकाइयों का नए सिरे से एलॉटमेंट कर उन्हें पुनर्जीवित करें। बंद पड़े औद्योगिक इकाइयां पुनर्जीवित होगी तो हजारों की संख्या में लोगों को रोजगार से जोड़ा जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य सरकार द्वारा बनाई गई औद्योगिक नीति के तहत 75% नियोजन स्थानीय लोगों को मिले यह हर हाल में सुनिश्चित की जाए। जिस क्षेत्र में औद्योगिक संस्थाएं स्थापित हुई हैं उन क्षेत्रों के स्थानीय लोगों को नियोजन में प्राथमिकता मिलनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि औद्योगिक क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण सड़क, बिजली, पानी सहित सुरक्षा, साफ-सफाई के बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।
इन कार्यों में तेजी लाने का निर्देश.
मुख्यमंत्री श्री चम्पाई सोरेन ने जिडको (JIIDCO) के कार्य प्रगति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने झारखंड प्लास्टिक पार्क, फार्मा पार्क, पीएम गतिशक्ति योजना, पीएम एकता मॉल तथा स्फूर्ति योजना के कार्यों में तेजी लाने का निर्देश अधिकारियों को दिया। मुख्यमंत्री ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, रांची के निर्माण कार्य एवं जिला उद्योग केंद्र की मरम्मती सहित जिडको की कई विभिन्न योजनाओं में तेजी लाने का निर्देश दिया है।
बैठक में राज्य के मुख्य सचिव श्री एल०खियांग्ते, मुख्यमंत्री के अपर प्रधान सचिव श्री अविनाश कुमार, उद्योग विभाग के सचिव श्री प्रवीण टोप्पो, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अरवा राजकमल, एमडी जियाडा श्री शशि रंजन, निदेशक उद्योग श्री सुशांत गौरव, सीईओ राज्य खादी बोर्ड श्रीमती सुमन पाठक, एमडी झारक्राफ्ट श्रीमती कृति श्री जी, निदेशक हस्तकरघा श्री आकांक्षा रंजन सहित जिडको के वरीय पदाधिकारी एवं अन्य उपस्थित थे।
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