होमगार्ड कमांडेंट के 24 पद सृजित, पर 14 ही कार्यरत, प्रोन्नति के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव

होम गार्ड भर्ती गढ़वा : शारीरिक व हिन्दी लेखन परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण सूचना जारी

Join Us On

होमगार्ड कमांडेंट के 24 पद सृजित, पर 14 ही कार्यरत, प्रोन्नति के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव

होमगार्ड कमांडेंट के 24 पद सृजित, पर 14 ही कार्यरत, प्रोन्नति के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव

राज्य में होमगार्ड कमांडेंट के सभी जिलों में एक-एक पद समेत कुल 24 पद सृजित हैं। वर्ष 2009 में दो अफसरों का चयन होने के बाद होमगार्ड कमांडेंट के पद पर पदस्थापित की गई था। इन अफसरों के साथ ही पुलिस सेवा में बहाल अफसर आईपीएस में भी प्रोन्नत हो चुके हैं, अब होमगार्ड मुख्यालय को एवं 12 कमांडेंट मिले हैं। जिससे इनकी संख्या 14 हो गई है। अब भी होमगार्ड कमांडेंट के 10 पद खाली हैं। होमगार्ड के केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थानों में भी कमांडेंट के पद हैं पर वे सृजित नहीं हैं। निकट भविष्य में इसके लिए भी प्रस्ताव को भेजा जा सकता है।

इधर राज्य गठन के 23 साल बाद होमगार्ड कमांडेंट के पद पर काम करने वाले अफसरों को भी अब प्रोन्नति मिल सकेगी। डीजी होमगार्ड अनिल पालटा ने इससे संबंधित प्रस्ताव को राज्य सरकार को भेजा है। अगर राज्य सरकार इस प्रस्ताव पर सहमत हो जाती है, तो इसे कैबिनेट में भेजा जाएगा और डीजी होमगार्ड ने कहा कि झारखंड लोक सेवा आयोग से बहाल राज्य पुलिस सेवा के अफसरों को प्रोन्नति मिलती है एवं वे आईपीएस संवर्ग में प्रोन्नति पा चुके हैं।

जबकि, होमगार्ड में जेपीएससी के माध्यम से बहाल झारखंड गृह रक्षा वाहिनी सेवा के कमांडेंट उसी पुराने पदों पर बने हुए हैं। राज्य पुलिस सेवा में उनके समक्ष अफसर आईपीएस संवर्ग पा चुके हैं। उन्हें आईजी तक प्रोन्नति भी मिल जाती है। होमगार्ड के कमांडेंट पद पर बहाल होनेवाले अफसरों को प्रोन्नति नहीं मिलने पर वे इसी पद पर ही रिटायर हो जाते हैं। इससे कहीं न कहीं होमगार्ड के राज्य स्तरीय सेवा में बहाल होने वाले अफसरों के मनोबल पर सीधा प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

झारखंड गठन के 23 साल बाद भी होमगार्ड के जिला समादेष्टा के पद पर बहाल लोगों की प्रोन्नति पर होमगार्ड मुख्यालय ने ध्यान ही नहीं दिया। वहिं राज्य पुलिस सेवा के अफसरों को समय-समय पर प्रोन्नति मिलती रहती है। इस कारण होमगार्ड संवर्ग के अफसरों में निराशा थी। वे जिस पद पर पदास्थापित होते थे, उसी पद से रिटायर भी हो रहे थे। अब डीजी होमगार्ड ने इसी परिस्थिति को बदलने के लिए इस प्रस्ताव को तैयार की है।

डीजी होमगार्ड अनिल पालटा ने बताया कि होमगार्ड कमांडेंट के पद पर बहाल अफसरों को प्रोन्नति नहीं मिल पाती है। उनके समकक्ष पदों पर बहाल राज्य पुलिस सेवा के अफसरों को ही लगातार प्रोन्नति मिलती है। होमगार्ड कमांडेंट को भी वरीय पदों पर प्रोन्नति मिले। इसके लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव को भेजा गया है। प्रस्ताव पर कुछ जानकारियां भी मांगी गई थी। उसका भी जवाब दे दिया गया है।

बड़ी खबर : झारखंड कैबिनेट की अगली बैठक 22 को, युवाओं को मिल सकता है तौहफा

x

Leave a Comment