हाय रे, बीपीएससी के टीचर… आवेदन हिंदी में भी नहीं लिख पा रहे ! सिर पकड़ रहे लोग वायरल लेटर देख कर
बिहार में बहुत वर्षों पहले जब एक डिग्री लाओ शिक्षक का नौकरी पाओ अभियान शुरू किया था l उसी वक्त ऐसे-ऐसे पत्र वायरल हुआ l जिसे पढ़कर कोई यह बोल पाता कि पत्र लिखने वाले ठीक से प्राइमरी स्कूल भी पास किए होंगे l फिलहाल बीपीएससी से शिक्षकों का बहाली हो रहा है, तो लोगों की उम्मीद थी , अब ऐसे ‘पढ़े-लिखे’ शिक्षको की बहाली होगी जो नौनिहालों को अच्छी शिक्षा दे सकेंगे, पर अब जो लेटर सोशल मीडिया में वायरल हो रही है, उसे पढ़ने से तो वही पुरानी बातें फिर से देखने को मिल रही है l इंग्लिश का तो छोड़िए हिंदी में भी लिखे इन आवेदनों को जब पढ़ेंगे तो यही कहेंगे ‘हाय रे, बीपीएससी के सभी शिक्षक’.
बीपीएससी ने हाल में ही शिक्षक भर्ती परीक्षा रिजल्ट जारी की है. आयोग के आंकड़े बताते हैं 93 फीसदी युवा इसमें पास हुए. अब जिनका डॉक्यूमेंट सही होगी वो सभी शिक्षक और स्कूल में बच्चों को ही पढ़ाएंगे. इसके लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया भी समाप्ति की . इसी ही बीच सोशल मीडिया में कुछ आवदेन वायरल हो रहा हैं l
बोला जा रहा है कि यह आवेदन काउंसलिंग करवा चुके शिक्षक के द्वारा लिखा गया हैं, जो भी विद्यालय में अपना पद भार लेने के प्रधानाध्यापक को लिख रहे हैं. इस आवेदन में प्रधानाध्यापक की ‘प्राधानाअध्यापक’ ,योगदान को ‘योग्यदान’, कृपा को ‘कृपया’, प्रार्थना को ‘प्राथना’, नियुक्ति को ‘न्यूक्ति’, पदाधिकारी को ‘प्रदाधिकारी’ और अनुमति को ‘अनुमती’ लिखा गया है. इनके द्वारा लिखा आवदेन को पढ़कर विद्यार्थी की भी दबे स्वर में हंसी बिलकुल छूट जाए.
93 % रिजल्ट हुआ है
बीपीएससी पर भर्तियों का संख्या 1 लाख 70 हजार 461 था. इसमें एक लाख 22 हजार 324 अभ्यर्थी सफल हैं. इसमें प्राथमिक शिक्षकों में 72,419 रिजल्ट दिया गया है. 11वीं-12वीं पर कुल 23, 701 अभ्यर्थी सफल हुए , वहीं माध्यमिक यानी 9वीं और 10वीं कुल 26,204 अभ्यर्थी सफल हुए l इसी प्रकार प्राथमिक 1 से 5वीं तक कुल 72,419 ही अभ्यर्थी सफल हुए हैं l