शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में फंसा हज़ारों अभ्यर्थियों का पैसा,जिलों ने नहीं लौटाया शुल्क में जमा की गई राशि
झारखंड के लगभग सभी जिलों में आदर्श विद्यालय के रिक्त पदों पर टीजीटी पीजीटी शिक्षकों की बहाली हेतु विज्ञप्ति के माध्यम से रिक्त आवेदन मांगा गया था। जिसके आलोक में सभी जिलों में लगभग हज़ारों हज़ारों की संख्या में योग्य अभ्यर्थियो ने आवेदन भरा था।
मार्च 2023 तक जिलों में होनी थी बहाली पर नहीं हो सकी नियुक्ति
पिछले साल अक्टूबर से लेकर जनवरी फरवरी तक विभिन्न जिलों के आदर्श विद्यालयों में रिक्त पदों पर टीजीटी और पीजीटी शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर आवेदन आमंत्रित किया गया था । और मार्च 2023 तक बहाली होनी थी। पर किसी कारणवश इनकी बहाली को रोक दी गई और इन सभी स्कूलों में सरकारी शिक्षकों की ही प्रतिनयुक्ति कर दी गई। और इन स्कूलों में नए सत्र से पढ़ाई भी शुरू कर दी गई। और भरे गए आवेदन को कबाड़ बना दिया गया।
11 माह बीत जाने के बाद भी शुल्क की राशि नहीं हुई वापस
गौरतलब हो कि प्रत्येक जिलों में लगभग 4 से 7 हजार से अधीक अभ्यर्थियों ने आवेदन समर्पित किया है। कई ऐसे भी अभ्यर्थी हैं जो 5 से 6 जिलों में भी आवेदन भरे हैं। और पोस्ट के अनुसार सबके लिए अलग अलग से डीडी ( DD ) भी आवेदन के साथ जिला शिक्षा विभाग को स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेजे हैं। एक अभ्यर्थियो ने बताया कि शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया के रोक पर लगभग एक साल करीब होने को है पर अभी तक आवेदन के साथ जिला शिक्षा पदाधिकारी के पदनाम समर्पित की गई डीडी की राशि को वापस नहीं की गई है।
बतादें कि स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, झारखण्ड सरकार के संकल्प संख्या 697 दिनांक 15.03.2022 के अनुरूप उपायुक्त सह अध्यक्ष, जिला स्तरीय चयन समिति के आदेशानुसार आदर्श विद्यालय योजना अन्तर्गत जिले के उत्कृष्ट विद्यालयों (Schools of Excellence ) एवं प्रखण्ड स्तरीय आदर्श विद्यालयों जिन्हें राज्य सरकार की महत्त्वाकांक्षी आदर्श विद्यालय योजना के अन्तर्गत गुणक्त शिक्षा के केन्द्र के रूप में विकसित करने हेतु अल्पकालीन संविदा आधारित स्नातकोत्तर प्रशिक्षित एवं स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों का चयन जिला शिक्षा पदाधिकारियों द्वारा समीक्षा बैठक में किए गए अनुरोध के आलोक में किया जाना था।