सिपाही भर्ती की परीक्षा रद्द, 7 और 15 को होने वाली परीक्षा को भी किया स्थगित
सिपाही भर्ती की परीक्षा को लेकर बड़ा निर्णय लिया गया। केंद्रीय चयन पर्षद की ओर से पहली अक्टूबर को दोनों पालियों में हुई परीक्षा को रद्द कर दी गई है। साथ ही 7 व 15 अक्टूबर को होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा को अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दी गई है। पर्षद के अध्यक्ष एसके सिंघल ने मंगलवार को कहा कि पेपर और आंसर-की लीक होने के दो दिन बाद पर्षद ने सिपाही भर्ती परीक्षा को रद करने का निर्णय लिया।
परीक्षा के दौरान पटना समेत बिहार के 21 जिलों में 67 परीक्षा केंद्रों पर 148 परीक्षार्थियों से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, कागज एवं मोबाइल में आंसर-की बरामद किए गए थे। पर 2 अक्टूबर तक केंद्रीय चयन पर्षद यह बात स्वीकार करने को तैयार ही नहीं थी कि पेपर लीक हुआ है।
पर विभिन्न अखबार ने 2 अक्टूबर को ही पूरे सबूत के साथ खबर को प्रकाशित की थी कि पेपर लीक हुआ है और इसमें संगठित परीक्षा की माफियाओं का हाथ है। खबर छपने के बाद आर्थिक अपराधी ईकाई (ईओयू) के द्वारा मामले में स्वतः संज्ञान लिया गया। ईओयू ने जांच शुरू की तो पाया कि परीक्षा शुरू होने से पहले ही आंसर-की आ गई थी। साथ ही रुपयों के लेन-देन के सबूत भी मिले हैं। पर्षद की ओर से कहा गया कि परीक्षा के लिए केंद्रीय चयन पर्षद अब नई तारीख और समय की घोषणा बेवसाईट https://csbc.bih.nic.in और समाचार पत्रों के माध्यम से करेगी। छपाई के बाद ही पेपर लीक हुआ, परीक्षा के दिन दूसरी पाली में ही पर्षद को आंसर-की वायरल होने की सूचना मिल गई थी।
डीआईजी व एसपी स्तर के अधिकारी करेंगे मॉनिटरिंग
ईओयू ने परीक्षा में हुई अनयिमतिता, आंसर-की परीक्षा से पहले वायरल होने, पेपर लीक समेत परीक्षा माफियाओं एवं इनसे जुड़े गिरोह की जांच को शुरू कर दी है। ईओयू के एडीजी नैय्यर हसनैन खान ने कहा कि एसआईटी गठित की गई है। डीआईजी एवं एसपी लेवल के अधिकारी मॉनिटरिंग करेंगे। जांच के लिए 5 टीम भी बनाई गई है। जांच का समीक्षा प्रतिदिन होगा।