झारखंड में पंचायत स्तर पर खोले जायेंगे चार हजार उत्कृष्ट विद्यालय ,होगी बायोमैट्रिक विसंगति दूर

झारखंड के स्कूली बच्चों को इसी माह पोशाक उपलब्ध कराने का शिक्षा निदेशक ने दी निर्देश

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झारखंड में पंचायत स्तर पर खोले जायेंगे चार हजार उत्कृष्ट विद्यालय ,होगी बायोमैट्रिक विसंगति दूर

झारखंड के स्कूली बच्चों को इसी माह पोशाक उपलब्ध कराने का शिक्षा निदेशक ने दी निर्देश

शनिवार को झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ के राज्य स्तरीय अधिवेशन हुआ।
अधिवेशन का आयोजन गोस्सनर थियोलॉजिकल कॉलेज के हॉल में किया गया अधिवेशन में राज्य भर के शिक्षक शामिल हुए।

अधिवेशन में पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर शामिल हुए। जिसमें सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए लगातार कार्य कर रही है। इसके लिए राज्य में 80 उत्कृष्ट विद्यालय खोले गये है और अगले चरण में पंचायत स्तर पर चार हजार और विद्यालय खोले जायेंगे। सरकार द्वारा इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।

उन्होंने आगे कहा कि पिछली सरकार शिक्षकों की समस्याओं के समाधान को लेकर गंभीर नहीं थी। इस कारण आज शिक्षकों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया। हमारी सरकार शिक्षकों की समस्याओं के समाधान को लेकर गंभीर है।

शिक्षक व कर्मचारियों की मांग के अनुरूप पुरानी पेंशन योजना लागू की गई । शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य से मुक्त करने का पत्र जारी कर दिया गया है, इसके बाद भी अगर शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य में लगाया जा रहा है, तो इस पर रोक लगाई जाएगी। शिक्षकों के अंतर जिला स्थानांतरण की मांग भी पूरी होगी।

विधायक अंबा प्रसाद ने भी कहा कि शिक्षकों से केवल पठन-पाठन का कार्य लिया जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य से मुक्त किया जाए। राज्य के विकास के लिए शिक्षा का विकास आवश्यक है, शिक्षा के विकास के बिना राज्य का विकास संभव नहीं है।

शिक्षकों की समस्याओं के समाधान होने पर शिक्षक अपना पूरा ध्यान को शिक्षण कार्य में लगा सकेंगे। संघ के प्रदेश अध्यक्ष आनंद किशोर साहू ने कहा कि शिक्षक गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने के लिए कटिबद्ध हैं और शिक्षकों की समस्या का समाधान नहीं होने से इसमें परेशानी होती है।

संघ के महासचिव बलजीत कुमार सिंह ने कहा कि प्रोन्नति, अंतर जिला स्थानांतरण मुख्य समस्या हैं. उन्होंने कहा कि इसका जल्द समाधान किया जाए। शिक्षकों को अपने सेवा काल में अंतर जिला स्थानांतरण का एक अवसर दिया जाए।

ये प्रस्ताव हुआ पारित

1. मध्य विद्यालय सीधी नियुक्ति से नियुक्त स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक को 1993 नियमावली के तहत प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति

2. 2015 से 2019 तक प्राथमिक व मध्य विद्यालय में नियुक्त शिक्षकों का अंतर जिला स्थानांतरण

3. संकुल स्तर पर लिपिक और कंप्यूटर ऑपरेटर की नियुक्ति

4. अन्य कर्मियों की तरह शिक्षकों को भी एमएसीपी का लाभ

5. बायोमैट्रिक उपस्थिति की विसंगतियों को दूर करना

6. शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य से अलग रखना

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