सरकारी शराब दुकान जबरन वसूल रहे एमआरपी से अधिक मूल्य , विरोध करने पर मिलती है धमकी

सरकारी शराब दुकान जबरन वसूल रहे एमआरपी से अधिक मूल्य , विरोध करने पर मिलती है धमकी

Join Us On

सरकारी शराब दुकान जबरन वसूल रहे एमआरपी से अधिक मूल्य , विरोध करने पर मिलती है धमकी

सरकारी शराब दुकान जबरन वसूल रहे एमआरपी से अधिक मूल्य , विरोध करने पर मिलती है धमकी

चौपारण : प्रखण्ड के चतरा मोड़ के समीप सन्चालित सरकारी शराब दुकान के मनमानी से ग्राहक काफी परेशान हैं। सरकारी शराब के दुकानदार जबरन ही ग्राहकों से एमआरपी से अधिक मूल्य वसूल रहे हैं। विरोध करने पर दुकानदार द्वारा ग्राहकों को ही धमकी दिया जाता है। जहां शिकायत करना है कीजिए हमारा कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता है। सभी जगह कमीशन फिक्स है, जहां शिकायत करना है कीजिए।

बतादें कि प्रखण्ड का चतरा मोड़ के समीप स्तिथ शराब दुकान में सिर्फ आसपास के ही लोग नहीं ब्लिक बिहार से भी भारी मात्रा में शराब लेने ग्राहक यहां पहुंचते हैं और दुकानदार खुलेआम इनसे एमआरपी से ज्यादा कीमत वसूल रहे है।

एक भुक्तभोगी ग्राहक ने बताया कि मेरे द्वारा चौपारण चतरा मोड़ के सरकारी शराब दुकान से शराब खरीदने पर एमआरपी से 30 रुपया ज्यादा लिया गया। पूछने पर धमकी दिया गया कि तुमको जहां शिकायत करना है कीजिए सब जगह कमीशन जाता है। मेरा कोई कुछ नही बिगाड़ सकता है। ग्राहक के पास ऑनलाइन पेमेंट का रिसीव भी है। जिसमें सपष्ट पता चल रहा है कि एमआरपी से 30 रुपया अधिक वसुला गया है।

उत्पाद एसआई ने कहा मैं देखता हूँ

इसकी शिकायत उत्पाद विभाग के एस आई प्रदीप करमाली को व्हाट्सएप के माध्यम से प्रमाण के साथ भी की गई। उन्होंने कहा कि मैं इसको देखता हूँ। अधिकारियों को 2.5 परसेंट कमिशन के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि ये सब गलत बात है। कोई कमीशन नहीं लेता है। अब देखना ये महत्वपूर्ण होगा कि दुकानदार पर कारवाई होती है या नहीं।

ग्राहकों के चेहरे देख लिया जाता है मनमाना पैसा

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ग्राहकों के चेहरे देखकर  भी एमआरपी से अधिक पैसा लिया जाता है। जो स्थानीय ग्राहक होते हैं उनसे में बीयर पर दस रुपये, क्वार्टर पर दस व हाफ पर 20 रुपए तक अधिक वसूलती है। वहीं यदि बिहार से ग्राहक पहुंचते हैं तो उनसे मनमाने तरीके से 20 से 40 रुपये तक दुकानदार वसूलते हैं। दुकान के बाहर एमआरपी का बोर्ड तो लगा है, पर उसका अनुपालन नहीं हो रहा है।
जबकि उत्पाद विभाग द्वारा सख्त निर्देश है कि सरकारी दुकानदार एमआरपी से अधिक मूल्य नहीं ले सकते हैं। यदि ऐसा करते दुकानदार पकड़ा जाता है तो सख्त कानूनी कारवाई का प्रावधान है। अब देखना महत्वपूर्ण होगा कि उत्पाद विभाग मनमानी ढंग से वसूली कर रहे दुकानदार पर क्या कारवाई करती है ?

बड़ी खबर : JSSC परीक्षार्थियों के लिए पहली पसंद बनी जिले के युवा लेखक की यह पुस्तक, झारखंडी विधायक ने भी खूब सराहा

x

Leave a Comment