आक्रोशित ग्रामीणों ने बादम उर्दू कन्या विद्यालय में जड़ा ताला,शिक्षिकाएं हाजिरी बनाकर चली जाते हैं घर

आक्रोशित ग्रामीणों ने बादम उर्दू कन्या विद्यालय में जड़ा ताला,शिक्षिकाएं हाजिरी बनाकर चली जाते हैं घर

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आक्रोशित ग्रामीणों ने बादम उर्दू कन्या विद्यालय में जड़ा ताला,शिक्षिकाएं हाजिरी बनाकर चली जाते हैं घर

आक्रोशित ग्रामीणों ने बादम उर्दू कन्या विद्यालय में जड़ा ताला,शिक्षिकाएं हाजिरी बनाकर चली जाते हैं घर

मामले को लेकर 2 सदस्यीय टीम गठित कर दी गई है जांच की जा रही है : बीईओ

हजारीबाग जिले के बड़कागांव प्रखंड के ग्राम बादम में उत्क्रमित उर्दू कन्या मध्य विद्यालय में सोमवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने ताला जड़ दिया।

ग्रामीणों का आरोप है कि 4 साल से बच्चों को छात्रवृति नहीं मिल रही है। वहीं कई शिक्षिकाएं 9 बजे बायोमेट्रिक हाजरी लगा कर अपने घर चली जाती हैं और फिर 11 से 12 बजे पुनः विद्यालय आती हैं। इस कारण पठन-पाठन बाधित होता है। विद्यालय में एक साल से पंखा नहीं है।

ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधानाध्यापक और शिक्षकों की लापरवाही से बच्चों को न ही छात्रवृति मिलती है और न ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल पा रही है। कई बार प्रधानाध्यापक और शिक्षकों से इस संबंध में बात करने का प्रयास ग्रामीण स्तर पर की गई लेकिन स्थिति जस की तस रही।

अंत में ग्रामीणों ने बाध्य होकर विद्यालय में ताला लगा कर हजारीबाग डीएसई को टेलीफोन के माध्यम से शिकायत दर्ज की गई। तत्पश्चात हजारीबाग डीएसई ने मामले पर त्वरित संज्ञान लेते हुए चुरचू के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी नागेश्वर सिंह और बड़कागांव अकाउंटेंट सुधीर कुमार शर्मा को जांच के लिए विद्यालय भेजा।

जांच के दौरान मिली कई खामियां

जांच के दौरान प्रधानाध्यापक से प्रतिपूर्ति राशि का रजिस्टर, क्षात्रवृति का रजिस्टर, क्लास रूटीन का रजिस्टर, विद्यालय विकास का रजिस्टर आदि मांगने पर रजिस्टर प्रस्तुत नही किया गया। विद्यालय विकास का पैसा कहां खर्च हुआ इसका कोई हिसाब किताब नहीं है। विद्यालय में शौचालय है लेकिन साफ सफाई का पूरी तरह से अभाव है।

पांचवी कक्षा के छात्र नहीं बता सके अपने राज्य का नाम

विद्यालय में शिक्षा का स्तर कितने नीचे चला गया है इसका अनुमान इस बात से लगा कि जब जांच अधिकारी के द्वारा पांचवी कक्षा के छात्र से पूछा गया के किस राज्य में रहते हो इसका जवाब भी छात्र नहीं दे सका। ग्रामीणों ने मांग किया कि जल्द से जल्द सभी शिक्षकों को यहां से तबादला कर दिया जाए तभी विद्यालय की स्तिथि बेहतर हो सकती और छात्रों का भविष्य सुरक्षित हो सकता है।

ग्रामीणों ने किया ये मांग

ग्रामीणों ने मांग किया कि सभी पारा शिक्षक और सीआरपी स्थानीय हैं इसलिए अपनी मनमानी करते हैं। सीआरपी की पत्नी भी विद्यालय में पारा शिक्षक है।
सीआरपी और विद्यालय के सभी शिक्षकों का जल्द से जल्द तबादला किया जाए। जांच के उपरांत जांच अधिकारी ने कहा कि सभी रिपोर्ट हजारीबाग डीएसई को सौंपा जाएगा एवं निश्चित तौर पर करवाई होगी। ग्रामीणों ने आगे कहा कि अगर इस जांच पर करवाई नही हुई तो हम सभी ग्रामीण आंदोलन करने पर बाध्य हो जाएंगे।

मौके पर बीआरसी धनंजय सिंह, सीआरपी तनवीर अख्तर, पंचायत समिति सदस्य शहाब अकबर, मुखिया प्रतिनिधि दीपक दास, सहित सैंकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। इस संबंध में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी जवाहर प्रसाद ने कहा कि मुझे सूचना मिलते ही 2 सदस्यीय जांच टीम गठन कर दिया गया है।

जांच रिपोर्ट आते ही अग्रतर कार्रवाई की जाएगी। सीआरपी तनवीर आलम से पूछे जाने पर कहा कि आरोप- प्रत्यारोप लगना आम बात है जो भी मेरे ऊपर आरोप है वह सब निराधार है । संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक मोहम्मद अजहर से संपर्क करने पर फोन नहीं उठाया गया।

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