मैट्रिक और इंटर में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए खुशखबरी, झारखंड सरकार …..
झारखंड सरकार मैट्रिक और इंटरमीडिएट में अध्ययनरत छात्र छात्राओं के लिए बड़ा निर्णय ली है। 2024 में झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) से मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राओं को इससे काफी मदद मिलेगी। सरकार ने क्वेश्चन बैंक और उसके उत्तर तैयार करवाई है।
झारखंड शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के द्वारा क्वेश्चन बैंक और उसके उत्तर तैयार किया गया है। प्रश्नपत्र वर्तमान परीक्षा पैटर्न के आधार पर तैयार की गई है। जेसीईआरटी में प्रश्नपत्र और उसके उत्तर को री-चेक भी हो रहा है। क्वेश्चन बैंक में सभी विषयों के पाठ्यपुस्तकों के चैप्टर्स से संभावित प्रश्नों से तैयार किए गए हैं।
ऑब्जेक्टिव, लघु उत्तरीय के साथ-साथ दीर्घ उत्तरीय प्रश्न भी हैं। प्रश्नों के साथ-साथ इसके उत्तर भी दिए गए हैं। मैट्रिक और इंटरमीडिएट के तीनों संकाय के छात्र-छात्राएं इससे अभ्यास कर सकते हैं, जिससे 2024 में होने वाली मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में उन्हें फायदा मिलेगा ।
जेसीईआरटी ऑनलाइन कराएगा उपलब्ध
मैट्रिक और इंटर 2024 के छात्र-छात्राओं को क्वेश्चन बैंक व उसके उत्तर ऑनलाइन उपलब्ध करवाएगी। प्रश्न और उत्तर के बुक भी तैयार हो रहे है। जेसीईआरटी इसे ऑनलाइन उपलब्ध कराएगा। क्वेश्चन बैंक जेसीईआरटी की वेबसाइट के साथ-साथ जेईपीसी एवं जिला शिक्षा के वेबसाइट पर उपलब्ध होगा।
10वीं और 12 वीं के लिए तैयार हो रहे इन विषयों के क्वेश्चन बैंक
जेसीईआरटी में 12वीं के लिए जीव विज्ञान, गणित, इतिहास-राजनीतिक विज्ञान, अर्थशास्त्रत्त् भूगोल,भौतिकी, रसायन शास्त्रत्त, एकाउंटेंसी, बिजनेस मैथमेटिक्स, बिजनेस स्टडीज, एंटरप्रेन्योरशिप, इंग्लिश इलेक्टिव, हिंदी कोर व हिंदी इलेक्टिव के प्रश्न और उत्तर तैयार हो रहे हैं। वहीं 10वीं के लिए विज्ञान, सामाजिक हिंदी, संस्कृत विज्ञान, गणितऔर अंग्रेजी विषय के प्रश्न और उत्तर तैयार किए जा रहे है।
मैट्रिक- इंटरमीडिएट की परीक्षाएं फरवरी-मार्च 2024 में
मैट्रिक- इंटरमीडिएट की परीक्षाएं फरवरी-मार्च 2024 से स्टार्ट होगा। उससे पहले जैक मॉडल प्रश्नपत्र एवं उसके उत्तर भी निकालेगा। ये प्रश्न तैयार किये जा रहे क्वेश्चन बैंक से ही पूछे जा सकेंगे। 10वीं-12वीं के छात्र-छात्राएं स्कूलों में जिस तरह से चैप्टर की पढ़ाई करेंगे, उसी तरह प्रश्नों व उत्तर से भी अभ्यास कर सकेंगे। इससे सिलेबस पूरे होने के बाद उनकी तैयारी भी पूरी हो जाएगी और अंतिम दो महीने वे इसका रिविजन कर सकेंगे।