ब्रिटेन के स्कूलों में होंगी भारतीय शिक्षकों की भर्ती, वेतन मिलेगा ढाई लाख रुपए महीना
ब्रिटेन के स्कूलों में टीचर्स की बेहद कमी के कारण भारतियों को मौका मिलने वाला है। ब्रिटेन में इसी साल लगभग 40 हजार टीचर्स ने नौकरी छोड़ी है।
चरमराते एजुकेशन सिस्टम को पटरी पर लाने के लिए ब्रिटिश सरकार के द्वारा भारतीय टीचर्स को नौकरी का न्योता दिया गया है।
सितंबर से शुरू होने वाले नए सत्र में खास तौर पर अंग्रेजी के साथ साथ मैथ्स और साइंस के लगभग 3000 शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। इंटरनेशनल लोकशन पेमेंट स्कीम में भारतीय शिक्षकों को वेतन के रूप में ढाई लाख रुपए प्रति माह मिलेगा।
इसके अलावा भारत से आकर ब्रिटेन में बसने के लिए भी उन्हें एकमुश्त 10 लाख रुपए भी मिलेंगे। इसमें वीसा फीस, इमीग्रेशन हेल्थ सरचार्ज एवं अन्य खर्च शामिल हैं। स्कूलों से नौकरी का ऑफर लेटर होने पर शिक्षकों को आउट ऑफ टर्न वर्क वीसा भी जारी किया जाएगा।
ब्रिटिश शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक भारत से बेहतर शिक्षकों के आने की संभावना है। अभी यह स्कीम एक साल के लिए शुरू की गई है। ब्रिटेन में टीचर्स का नौकरी छोड़कर दूसरे जॉब में जाने का भी सिलसिला बना हुआ है। हर तीसरे साल लगभग 25% शिक्षक नौकरी को छोड़ रहे हैं।
उनका मानना है कि दूसरे जॉब्स में वेतन एवं कॅरिअर ग्रोथ के मौके अधिक हैं। जुलाई में हालत और भी बिगड़ने का खतरा बना हुआ है। वेतन के रीविजन की मांग को लेकर 5 एवं 7 जुलाई को शिक्षक हड़ताल पर जाएंगे।
कुछ स्कूलों में पीटी टीचर बच्चों को अंग्रेजी मैथ्स पढ़ा रहे
लंदन के एक प्रतिष्ठित स्कूल के टीचर ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि पीटी टीचर अंग्रेजी एवं मैथ्स पढ़ा रहे हैं। एसेक्स के पैसमोर्स स्कूल के प्रिंसिपल विक गोबार्ड ने कहा कि अंग्रेजी सहित मैथ्स एवं साइंस के शिक्षक मिल नहीं रहे हैं। उन्होंने चार बार वैकेंसी के लिए विज्ञापन दिया पर रेस्पॉन्स नहीं मिला। बड़ी क्लास पढ़ाने के लिए जूनियर टीचर्स को भी प्रमोट करना पड़ा।