शिक्षा विभाग के फरमान ने शिक्षकों की बढ़ाई टेंशन , और सख्त हुआ विभाग
शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों को ई-विद्यावाहिनी पर हाजिरी बनाने के आधार पर ही अब वेतन और मानदेय का भुगतान होगा । इस फरमान ने शिक्षकों का टेंशन बढ़ा दिया है। बतादे कि विभाग ने स्पष्ट निर्देश है कि ई- विद्यावाहिनी में दर्ज हाजिरी के आधार पर ही शिक्षकों को वेतन या मानदेय का भुगतान किया जाएगा।
हाजिरी नहीं बनाने वालों को जून माह का वेतन लटक सकता है। इस मामले में कई जिलों के उपायुक्त के तरफ से भी शिक्षकों पर कार्रवाई के निर्देश जारी हो चुका है।शिक्षकों का कहना है कि 2.2.6 वर्जन लॉन्च होने के बाद उनकी परेशानी बढ गया है।। हाजिरी बनाने में काफी परेशानी हो रही है। शिक्षक संगठन ने इसमें ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन हाजिरी बनाने की छूट देने की मांग कर रहे हैं। पर विभाग के द्वारा इसे खारिज कर दिया गया है।
शिक्षकों का कहना है कि स्कूल में रहते होने पर भी एप पर हाजिरी बनाने पर यह विद्यालय से बाहर का लोकेशन दिखा रहा है। बायोमेट्रिक हाजिरी बन रही है औऱ सीन भी हो रहा है, परंतु नेट पर नहीं दिखाई दे रहा है।
कुछ शिक्षकों का कहना है कि ई विद्यावाहिनी के पुराने वर्जन में बीमार होने के बाद भी अनुपस्थित दिखाई दे रहा है।विद्यालय में रहने के बाद भी बाहर बताता है और उपस्तिथि भी नहीं बनता है। कई शिक्षकों की परेशानी है कि वे नये एप में हाजिरी बना रहे हैं। फिर भी सीन करने के बाद दिखाई नहीं दे रहा है। शिक्षक अपने स्तर पर इस समस्या के निराकरण में लगे हुए हैं पर इसका हल नहीं निकल पा रहा ह
वहीं विभाग के अफसरों का कहना है कि अब ई-विद्यावाहिनी का नया वर्जन 2.2.6 लॉन्च किया गया है। जिसमें खामियों को दूर कर दिया गया है। उन्होंने विश्वास जताया कि अब इसमें किसी तरह की समस्या नहीं होगी। अब स्कूल के 100 मीटर के दायरे में ही नए वर्जन से हाजिरी बन सकेगी । उस दूरी या लोकेशन से बाहर रहने पर उपस्तिथि नहीं बनेगा।