राजभवन ने पहली बार बनाया कैलेंडर: छुट्टी में 50% की कटौती, अब ग्रीष्मावकाश 20 दिन का

झारखंड राजभवन ने पहली बार एक समान छुट्टी कैलेंडर तैयार किया है। इस कैलेंडर के अनुसार, विश्वविद्यालयों में छुट्टी में लगभग 50% की कटौती होगी और ग्रीष्मावकाश 20 दिन का होगा।
यह नया कैलेंडर राजभवन द्वारा घोषित किया गया है और विश्वविद्यालयों को इसे अपने स्तर पर जारी करना होगा। इस पहल के माध्यम से सभी विश्वविद्यालयों के अवकाश में समानता स्थापित की गई है।
झारखंड के सभी विश्वविद्यालयों के छुट्टी में समानता होगी। राज्यपाल सह कुलाधिपति सीपी राधाकृष्णन ने इस पहल की शुरुआत की है, जिसके तहत दुर्गा पूजा के लिए सभी विश्वविद्यालयों में एक समान छुट्टी का कैलेंडर तैयार किया गया है।
यह नया कैलेंडर 1 जून 2023 से प्रभावी होगा और छुट्टी में लगभग 50 प्रतिशत की कटौती की गई है। पहले रांची विश्वविद्यालय (आरयू) में 86 दिन की छुट्टी थी, जो अब 43 दिन हो गई है।
यहां दिए गए हैं नये छुट्टी कैलेंडर के अनुसार कुछ अवकाशों की जानकारी:
ग्रीष्मावकाश:
अवकाश का नाम: ग्रीष्मावकाश
अवकाश की अवधि: 1 जून से 20 जून तक
दुर्गापूजा:
अवकाश का नाम: दुर्गापूजा
अवकाश की अवधि: 6 दिन
दीपावली छठ:
अवकाश का नाम: दीपावली छठ
अवकाश की अवधि: 12 दिन
रिस्टिक्टेड होलीडे:
अवकाश का नाम: रिस्टिक्टेड होलीडे
अवकाश की अवधि: 5 दिन
अवकाश की प्रारंभिक तारीख: 1 जून से लागू होगा l
समान अवकाश कार्यक्रम के तहत, विश्वविद्यालयों को ग्रीष्मावकाश के दौरान 20 दिन की छुट्टी मिलेगी बजाय 27 दिन की। राज्यपाल के अधिकार में आने वाले 5 दिन के अवकाश को अब विश्वविद्यालयों के लिए घोषित किया जाएगा।
यह छुट्टी कैलेंडर में रिस्टिक्टेड होलीडे के रूप में शामिल होगी। आरयू के वीसी प्रो. अजीत कुमार सिन्हा और डीएसपीएमयू के वीसी प्रो. तपन कुमार शांडिल्य सहित अन्य विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने इस बारे में बैठक की है ताकि सभी विश्वविद्यालयों के अवकाश में समानता स्थापित की जा सके।