वॉट्सएप – टेलीग्राम से जॉब ऑफर देकर लाखों की ठगी

आज के टाइम में सभी लोगों को घर बैठे जॉब करना अच्छा लगता है , बहुत सारे ऑनलाइन काम available है l बहुत सारे लोग नहीं जानते हैं कि इन साइबर ठगों से कैसे बचा जाए। इसके अलावा, लोग अक्सर इन साइबर फ्रॉड को संभव नहीं मानते हैं और अपने व्हाट्सएप या टेलीग्राम अकाउंट पर संदेशों को सुरक्षित मानते हैं। इससे उन्हें साइबर ठगों के शिकार होने का खतरा बढ़ जाता है।
दूसरी वजह यह है कि लोग इन साइबर फ्रॉड को रिपोर्ट करने में hesitation करते हैं या उन्हें रिपोर्ट करने का सही तरीका नहीं पता होता है।
इस समस्या से निपटने के लिए लोगों को साइबर सुरक्षा के बारे में अधिक जागरूक होने की जरूरत है। लोगों को यह समझना चाहिए कि साइबर ठगों को कैसे पहचाना जा सकता है और उनसे बचाव के लिए कौन से उपाय अपनाए जा सकते हैं। इसके लिए सरकार और संबंधित संगठनों को अपनी जागरूकता कार्यक्रमों को मजबूत करने की आवश्यकता है।
भारत में 2022 में साइबर सिक्योरिटी से संबंधित 13.9 लाख मामले सामने आए, लेकिन सिर्फ 7% भारतीयों ने ही मामले दर्ज कराए। इसकी कई वजह रहीं, लेकिन सबसे बड़ी वजह शर्म थी।
यूट्यूब वीडियो व इंस्टाग्राम अकाउंट लाइक करके स्क्रीनशॉट भेजने को कहा गया। भेजते ही मेरे अकाउंट में 150 रुपए आ गए। उसके बाद टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ा गया। उसमें लोगों को रोज टास्क मिलते थे। 1000 पेमेंट के बाद आसान से टास्क पर 1300 रु. मिले। 5000 देने के बाद 6500 मिले। उसके बाद भरोसा हो गया कि पैसे आते हैं। फिर कॉन्टैक्ट पर्सन ने किसी और से बात करने को कहा, जिसे वे ट्यूटर कहते थे।
इसके लिए 15 हजार लगाने पड़ते हैं। यह पैसे खोने के बाद लालच और प्रेशर का ऐसा कॉकटेल बना कि अगला टास्क लेने के लिए उसने 1 लाख दिए। दूसरे टास्क के लिए यह न्यूनतम राशि थी। उन्हे लगा पैसे वापस पाने का यही रास्ता है। तो फ़िर पैसे लगाती गई 5 लाख खो दिए l
लालच और प्रेशर से बनाते हैं शिकार
वॉट्सएप जैसी मैसेजिंग ऐप्स का इस्तेमाल धोखाधड़ी करने वालों के लिए आसान होता है। इन ऐप्स का इस्तेमाल लोगों को एक साथ जोड़ने वाले ग्रुप बनाने के लिए भी किया जाता है जहां वे एक दूसरे से संदेश भेज सकते हैं। धोखाधड़ी करने वाले लोग इस्तेमाल करते हैं जब वे लोगों को फर्जी संदेश भेजते हैं जो धोखाधड़ी के लक्षण होते हैं। उदाहरण के लिए, वे लोग लोगों को इंस्टाग्राम अकाउंट लाइक करने का कहते हैं और उसके बदले में पैसे मांगते हैं। लोग यह मानते हैं कि ये केवल एक छोटी सी फर्जी संदेश हो सकता है, लेकिन यह एक पूरी धोखाधड़ी का शुरुआत हो सकता है।
यदि आपको लगता है कि आप साइबर फ्रॉड का शिकार हो गए हैं, तो निम्नलिखित कुछ कदम अपनाएं:
तुरंत बैंक से संपर्क करें: अपनी बैंक को सूचित करें और उनसे सलाह लें कि कैसे अपने खाते को सुरक्षित रखा जा सकता है। अगर आपने क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड का उपयोग किया है, तो उन्हें बंद करना भी अनिवार्य हो सकता है।
साइबर अपराध को रिपोर्ट करें: उनको जितनी जल्दी हो सके, साइबर अपराध के खिलाफ रिपोर्ट करें। आप अपनी स्थानीय पुलिस स्टेशन या एफबीआई (फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन) से संपर्क कर सकते हैं।
सभी संभव सुरक्षा कदमों का पालन करें: अपने खाते की सुरक्षा के लिए आपको अपने पासवर्ड, पिन नंबर और अन्य संबंधित जानकारी को तुरंत बदल देना चाहिए। अधिक सुरक्षा के लिए, आप अपने इंटरनेट संदेशों के लिए एक वीपीएन (Virtual Private Network) भी उपयोग कर सकते हैं।
अगर आप लगता है कि आप साइबर फ्रॉड का शिकार हो गए हैं, तो तुरंत टोल फ्री नंबर 1903 पर कॉल करें और बताएं कि आपने किस तरह से पैसे भेजे हैं। उन्हें इस बारे में जितना संभव हो सके जानकारी दें। आप उन्हें अपनी स्थिति के बारे में सटीक Description प्रदान कर सकते हैं ताकि वे आपकी मदद कर सकें। आपको फ्रॉड के विरुद्ध सुरक्षा agencies से संपर्क करना होगा और अपने बैंक और क्रेडिट कार्ड कंपनियों को भी अपनी स्थिति के बारे में जानकारी देना होगा l आपको अपने पैसे को वापस पाने में मदद मिल सकती है। लेकिन ध्यान रखें, फ्रॉड की शिकायत दर्ज करने से पहले आपके पास आवश्यक दस्तावेज जैसे कि भुगतान प्रमाण पत्र और संदर्भ नंबर।