सदर अस्पताल समेत कुछ अन्य सीएचसी और पीएचसी में सुरक्षाकर्मियों की नियुक्ति के लिए पैसे की मांग

सदर अस्पताल समेत कुछ अन्य सीएचसी और पीएचसी में सुरक्षाकर्मियों की नियुक्ति के लिए आउटसोर्सिंग पर नियुक्ति के लिए पैसे की मांग की जा रही है। इस संबंध में समानता सिक्योरिटी एंड इंटेलिजेंस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को आरोप लगाया जा रहा है कि यह नौकरियों के लिए पैसे मांग रही है।
जिसमे की 155 सुरक्षाकर्मियों को उनकी नौकरी से निकाला जा रहा है और उन्हें नौकरी पर रखने के लिए पैसे की मांग की जा रही है। इस स्थिति में, संघ के द्वारा शिकायत करना एक सही कदम है और स्थानीय अधिकारियों को इस मामले की जाँच हो रही है l
पिछले 4 साल से कर रहे हैं आंदोलन, अब नौकरी के लिए मांगे जा रहे हैं पैसे- मोबिन अंसारी
यह समस्या काफी चिंता का विषय है और इससे प्रभावित होने वाले लोगों के लिए यह अत्यंत असामान्य होता है। सभी लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है l खासकर जब आपने इतना लंबे समय तक उन्हें सेवा देने के बाद भी ऐसा हो रहा है l
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता व विधायकों के दरवाजों पर खटखटाना सही कदम है, लेकिन इसके अलावा आप और आपके समूह को नौकरी पर रखने के लिए अन्य साधन भी ढूंढने चाहिए।
मामला संज्ञान में आया है, जांच होगी: बन्ना गुप्ता
सरकारी कर्मचारियों को उचित वेतन और सुरक्षा नहीं मिलती है। यह देश के कई हिस्सों में देखा जा सकता है। इस मामले में, समानता सिक्योरिटी एंड इंटेलिजेंस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा पैसे मांगने का मामला सामने आया है, जो गलत है। अधिकतर सरकारी कर्मचारियों को उचित वेतन और सुरक्षा की आवश्यकता होती है।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने इस मामले की जांच कराने का दावा किया है। यदि इस मामले में अन्य उचित कार्रवाई की जाती है, तो सरकारी कर्मचारियों को उचित वेतन और सुरक्षा की देने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। सरकारी कर्मचारियों की सुरक्षा और उनके अधिकारों का सम्मान करना बहुत महत्वपूर्ण है।
एजेंसी के माध्यम से तैनात सुरक्षाकर्मी ने स्वीकारी पैसे देने की बात
सुरक्षाकर्मी की जिंदगी में इतनी भ्रष्टाचार और उत्पीड़न हो रहा है। ऐसी घटनाओं को लेकर बहुत सारे कानून हैं जो इस तरह के कार्यवाई को रोकने के लिए बनाए गए हैं। एकमुश्त 10 हजार रुपये लिया गया है. वहीं पांच महीने तक एक-एक हजार रुपये वेतन से काटने की बात कही गयी है. बता दें कि आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से तैनात सुरक्षाकर्मियों को प्रतिमाह 8 हजार रुपया दिया जाएगा.
एजेंसी पर लग चुके हैं गंभीर आरोप
सुरक्षा कर्मियों के साथ हो रही नियम तोड़-फोड़ को लेकर चिंता का विषय है। समानता सिक्योरिटी एंड इंटेलिजेंस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ लिखित शिकायत की गई है और उसकी जांच की जाएगी। इस तरह के कार्यवाही से भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकती हैं। इसके अलावा, इंडियन पब्लिक हेल्थ स्टैंडर्ड के तहत संबंधित पदों के लिए प्रशिक्षण जरूरी होता है ताकि उन्हें उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान की जा सकें।