VOTERS अब घर से भी डाल सकेंगे वोट , चुनाव आयोग का नई पहल, कर्नाटक से हुई शुरुआत
Voters अब घर से वोट डाल सकेंगे। इस नई पहल की शुरुआत कर्नाटक विधानसभा चुनाव से निर्वाचन आयोग ने कर दी है। कर्नाटक (Karnataka) विधानसभा चुनाव में कल (शनिवार (Saturday)) से ‘वोट फ्रॉम होम’ की शुरुआत हो चुकी है । आने वाले दिनों में झारखंड सहित देश के विभिन्न राज्यों में भी यह सुविधा मिल सकेगी।
कैसे और किन वोटरों को मिलेगी यह सुविधा
चुनाव आयोग के द्वारा पहली बड़ी पहल करते हुए 80 साल से ऊपर के मतदाताओं और दिव्यांगों के लिए यह सुविधा फिलहाल शुरू की गई है। आयोग के कर्मचारी एवं मतदान एजेंटों की पांच सदस्यीय टीम ऐसे मतदाताओं के घर पहुंचेगी और ऐसे लोग आयोग के निर्धारित मतपत्र पर गुप्त रूप से मतदान कर उसे लिफाफे में डालकर टीम को सौंपगी।
पांच सदस्यी टीम में दो मतदान अधिकारी, एक पुलिस कर्मी और एक वीडियो ग्राफर भी होगा। यह प्रक्रिया कर्नाटक में छह मई तक चलेगी।
दौरे के वक्त मतदाता अगर मौके पर होंगे टीम दोबारा वोटर्स के घर जाएगी। यदि मतदाता दूसरे दौरे में भी उपलब्ध नहीं होता है तो वह मतदान का मौका खो देगा।
वोट फ्रॉम होम में इतने लोगों को मिलेगा फायदा
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में ‘वोट फ्रॉम होम’ की इस नई मतदान व्यवस्था के अंतर्गत राज्य में लगभग 5.71 लाख दिव्यांग एवं 80 वर्ष से अधिक आयु के 12,15,763 बुजुर्ग वोटरों को मतदान केंद्र नहीं जाना पड़ेगा। ये अपने ही घर से मतदान छह मई तक कर सकेंगे।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कुल 99,529 ने वोट फ्रॉम होम विकल्प को चुना है। जिसमें 80 वर्ष से अधिक आयु के 80,250 वरिष्ठ नागरिक एवं 19,729 दिव्यांग मतदाता शामिल हैं।
13 मई आएगा रिजल्ट
कर्नाटक के 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए राज्य में 10 मई को मतदान डाले जाएंगे। और इसका परिणाम 13 मई को आयोग घोषित कर देगा।
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