अगर आपको भी दिख रहे हैं ऐसे संकेत, तो समझ जाएं बढ़ गया है कोलेस्ट्रॉल

अगर आप सभी को भी दिख रहे हैं ऐसे संकेत, तो समझ जाएं बढ़ गया , कोलेस्ट्रॉल : कोलेस्ट्रॉल एक वसा-जैसी सुविधा होता है जो शरीर के लिए आवश्यक है, पर अधिक मात्रा में कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षणों में शामिल हैं:
- सीने में दर्द
- सांस लेने में परेशानी
- पैरों में सूजन
- पसीने का बहाव
- थकान या थकावट
- उच्च रक्तचाप
कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना के बहुत से कारण हो सकता है, जो निम्नलिखित हैं:
- खुराक में शराब या तंबाकू का सेवन
- खुराक में तलेरा खाना या तेल से भरपूर खाद्य पदार्थों की अधिक मात्रा में सेवन
- आपको अपने खान-पान व्यवहार में सुधार करना चाहिए। खाद्य पदार्थों में से तेल वाले खाद्य पदार्थों की मात्रा कम करें और फल और सब्जियों का अधिक सेवन करें।
कोलेस्ट्रॉल कम होने के नुकसान क्या है?
ये संतुलित होना शरीर के लिए महत्वपूर्ण होता है। कोलेस्ट्रॉल का संतुलित होना ना केवल शरीर के लिए अच्छा होती है बल्कि उसका नियंत्रण रखना भी बहुत जरूरी है।
इसकी मात्रा शरीर में अधिक नहीं होती है, तब शरीर के लिए नुकसानदायक होता है। शरीर के लिए एडीएल कोलेस्ट्रॉल की आवश्यकता होती है, जो आपकी नसों, शरीर के रखरखाव और अन्य कार्यों के लिए आवश्यक होती है।
कोलेस्ट्रॉल लेवल कितना होना चाहिए?
स्वस्थ कोलेस्ट्रॉल स्तर व्यक्ति के उम्र, लिंग, वजन, व्यायाम , तत्वों पर निर्भर करता है। यह निम्नलिखित होनी चाहिए:
- LDL का मतलब बुरी कोलेस्ट्रॉल लेवल कम से कम 100 से कम होना चाहिए।
- HDL का मतलब अच्छे कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम से कम 40 mg/dL से ऊपर होना चाहिए।
- टोटल कोलेस्ट्रॉल स्तर आपका कम से कम 200 mg/dL होना सही है।
- त्रिग्लिसेराइड स्तर भी कम से कम 150 mg/dL
इन सभी संख्याओं का संतुलित होना ही आपके शरीर के लिए स्वस्थ होना है। यह अंतिम संख्या सिर्फ ट्रिग्लिसेराइड के लिए होती और बाकी सभी कोलेस्ट्रॉल लेवल के लिए आवश्यक होता है।
अपने डॉक्टर से मदद लेकर अपने शरीर के लिए उचित कोलेस्ट्रॉल स्तर का पता लगा सकते हैं ।