हजारीबाग के ऐतिहासिक रामनवमी : मंगला जुलूस में डीजे के पाबंदी के विरोध पर प्राथमिकी को विधायक ने सदन पटल पर गंभीरता से उठाया
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हजारीबाग जिले में रामनवमी से पूर्व करीब 5 हज़ार लोगों पर 107 की कार्रवाई करने एवं प्रथम मंगला जुलूस के दिन डीजे पर पाबंदी का विरोध करने पर 9 लोगों को नामजद करते हुए 200 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करने के मामले को विधायक मनीष जयसवाल ने शुक्रवार को बजट सत्र के दौरान मुद्दे को रखा।
सदन पटल पर गंभीरता से उठाते हुए श्री जयसवाल हजारीबाग के ऐतिहासिक रामनवमी जुलूस पारंपरिक तरीके पर राज्य की गठबंधन सरकार और जिला प्रशासन की मनमानी के खिलाफ़ सदन में बातें रखा।
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उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पिछले दो-तीन दिनों से हजारीबाग के ऐतिहासिक रामनवमी की भव्यता व उसके स्वरूप को सूक्ष्म करने का जो प्रयास किया जा रहा है उसे लेकर मैं निरंतर आवाज बुलंद कर रहा हूं। पहले तो जिला प्रशासन द्वारा बिना कोई स्पॉट विजिट किए हुए भारी तादाद में लोगों को 107 का नोटिस भेज दिया गया ताकि आम नागरिकों में डर का माहौल व्याप्त हो सके।
सदन में मामला को उठाने से पहले विधायक ने पत्रकारों से भी वार्ता की । उन्होंने पत्रकारों से कहा कि हमलोग लोकतंत्र में विश्वास करते हैं । पहले लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बातें सरकार तक पहुंचाएंगे और हमारी मांगों पर अमल नहीं हुआ तो फिर अपने तरीके से कार्य करेंगे।
विधायक ने यह भी बताया कि हजारीबाग की ऐतिहासिक रामनवमी की भव्यता को लगातार झारखंड की गठबंधन सरकार के इशारे पर ही दबाने का प्रयास किया जा रहा है और दमनकारी फैसलों के माध्यम से इसे लेकर प्रोटेस्ट कर रहे लोगों पर एफआईआर तक की जा रहा है।
तुष्टिकरण की राजनीति के लिए यह सरकार हिंदू आस्था के साथ खिलवाड़ कर रही है।
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