Assistant Professor | UGC का बड़ा फैसला! अब विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए PHD नहीं जरूरी
Assistant Professor सहायक प्रोफेसर बनने की इच्छा रखने वाले युवा उम्मीदवारों के लिए आज हमारे पास अच्छी खबर है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष श्री जगदीश कुमार ने घोषणा की है कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में सहायक प्रोफेसर के पद पर भर्ती के लिए डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) की डिग्री अनिवार्य नहीं होगी।
यह जानकारी सूचित करती है कि नए यूजीसी – एचआरडीसी भवन का उद्घाटन उस्मानिया परिसर में किया गया था। उसने बताया कि यूजीसी नेट परीक्षा में एक उम्मीदवार की योग्यता सहायक प्रोफेसर बनने के लिए पर्याप्त होगी।
इस निर्णय का उद्देश्य गैर-पीएचडी धारकों को सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्त करना है ताकि वे विश्वविद्यालयों में पढ़ाना चाहते हैं लेकिन उनके पास पीएचडी की डिग्री नहीं है। यह निर्णय सभी भारतीय विश्वविद्यालयों में लागू होगा।
श्री जगदीश कुमार ने बताया है कि एक “वन नेशन वन डेटा” पोर्टल विकसित किया जा रहा है जो उम्मीदवारों को यूजीसी से संबंधित सभी दिशा-निर्देश और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा।
इसके अलावा, उन्होंने बताया कि अगले शैक्षणिक वर्ष से छात्रों को राष्ट्रीय डिजिटल विश्वविद्यालय के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाएगी।
इस विस्तार के अनुसार, सीयूईटी 2023 के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की समय सीमा 15 अप्रैल, 2023 तक बढ़ा दी गई है। बीएचयू, डीयू, जेएनयू और जामिया के उम्मीदवार इस विस्तार का लाभ उठाऔर अधिक विवरणों के लिए अपने विश्वविद्यालयों की वेबसाइट पर जांच कर सकते हैं।