झारखंड के मर्ज स्कूलों को फिर से खोलने की कवायद शुरू, जानें शिक्षा मंत्री द्वारा क्या उठाये जा रहे कदम
झारखंड के मर्ज हुए स्कूलों को फिर से खोलने को लेकर शिक्षा विभाग ने कवायद शुरू कर दी है। बता दें कि राज्य में भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान मर्ज किये गये सरकारी स्कूलों को फिर से खोलने के लिए शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कदम उठाया प्रारंभ कर दिया है। इससे पूर्व में ही शिक्षा मंत्री के निर्देश पर मर्ज स्कूलों को दोबारा खोलने की आवश्यकता का आकलन करते हुए रिपोर्ट मांगी गयी थी।
इसके बाद विभिन्न जिलों से मर्ज हुए कई स्कूलों को खोलने का प्रस्ताव आया है। इसे लेकर शिक्षा मंत्री ने उन स्कूलों के पोषक क्षेत्र में छह से 14 वर्ष के बच्चों की संख्या, निकटतम स्कूल की दूरी, स्कूल भवन की मौजूदा स्थिति, स्कूल से बाहर रह गये बच्चों की संख्या सहित कई जानकारी मांगी है। इसके बारे में जानकारी मिलने के बाद तेजी से इन स्कूलों को खोलने का कार्य प्रारंभ होगा।
स्कूलो को दोबारा खोलने के लिए जिला शिक्षा अधीक्षक को देना होगा प्रमाण पत्र
बता दें कि मर्जर के बाद बंद हुए स्कूल को दोबारा खोलने के लिए संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारी/जिला शिक्षा अधीक्षक को प्रमाण पत्र देना होगा। साथ ही उन्हें यह प्रमाणित करना होगा कि संबंधित स्कूल को दोबारा खोलने को लेकर दी गयी सभी जानकारियो सत्य हैं और स्कूल को खोलने की जरूरत है।
इसके बाद अगले ही सत्र से स्कूलों को खोलने की कवायद शुरू की जाएगी। ज्ञात हो कि पिछले सरकार ने राज्य के 6500 स्कूलों की मर्ज कर दिया था। इसके पीछे यह तर्क दिया गया था कि संबंधित स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या तय प्रावधान के अनुरूप नहीं है। वहीं एक किमी में एक से अधिक स्कूल होने की स्थिति में स्कूलों को मर्ज किया गया था।