जाली सर्टिफिकेट पर नौकरी करने वाले पारा शिक्षकों से वसूला जाएगा पूरा मानदेय, मिला डेट

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जाली सर्टिफिकेट पर नौकरी करने वाले पारा शिक्षकों से वसूला जाएगा पूरा मानदेय, मिला डेट

जाली सर्टिफिकेट पर नौकरी करने वाले पारा शिक्षकों से वसूला जाएगा पूरा मानदेय, मिला डेट

एसपीडी, जेईपीसी किरण कुमार पासी ने जाली सर्टिफिकेट पर कार्य करने वाले पारा शिक्षकों से पूरा मानदेय वसूली का निर्देश दी है। जिन्होंने इस्तीफा दिया या फिर सत्यापन के लिए सर्टिफिकेट लिए नहीं दिया है उनपर भी कार्रवाई होगी।

गौरतलब हो कि आकलन परीक्षा को लेकर झारखंड के पारा शिक्षकों (सहायक अध्यापकों) के प्रमाणपत्रों की जांच जारी है। जिसमें कई पारा शिक्षकों का सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया हैं। राज्य सरकार ने ऐसे पारा शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ उनसे मानदेय वसूलने का भी निर्णय लिया है। राज्य में 61 हजार पारा शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच होनी थी। जांच लिए कई बार तारीख में भी बढ़ोतरी की गई। पर अब भी करीब आठ हजार पारा शिक्षकों से सर्टिफिकेट की जांच नहीं हो पाया है।

करीब 500 पारा शिक्षक ऐसे हैं जिन्होंने सर्टिफिकेट जांच के लिए आवेदन जमा ही नहीं किया और जिन्होंने अपना त्यागपत्र दे दिया और लंबे समय से स्कूल नहीं आ रहे हैं । वहीं कुछ ने सर्टिफिकेट दिया पर जांच में वह फर्जी निकला। इन सभी पर शिक्षा विभाग ने अलग-अलग कार्रवाई करने का भी निर्देश जिलों को दे दिया है।

झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की राज्य परियोजना निदेशक किरण कुमारी पासी के द्वारा जिलों को कहा गया है कि वैसे पारा शिक्षक जिनका प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया है, उन्हें झारखंड सहायक अध्यापक सेवाशर्त नियमावली 2021 के मुताबिक मानदेय की वसूली की जाए। साथ ही, उन पर प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई होगी। जिसके लिए स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने सभी जिलों को कार्रवाई करते हुए 31 जनवरी तक रिपोर्ट मांगा है।

10 फरवरी तक है आकलन परीक्षा भरने की अंतिम तिथि

आकलन परीक्षा का आवेदन फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 10 फरवरी तक है। इससे पहले पारा शिक्षकों पर कार्रवाई संबंधि रिपोर्ट जिलों से 31 जनवरी तक मांगा गया है। 31 जनवरी तक बचे पारा शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच भी सुनिश्चित करने को कहा है।

जिलों से कहा गया है कि जिनका शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाणपत्रों के सत्यापन विभिन्न बोर्ड व विश्वविद्यालयों में सत्यापन के लिए लंबित उन्हें 31 जनवरी तक उसकी जांच पूरी कराना सुनिश्चित करें ताकि सत्यापन के बाद पारा शिक्षक आकलन परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन भर सके।

जांच के लिए नहीं दिया सर्टिफिकेट, कारवाई का निर्देश

करीब दो सौ पारा शिक्षकों ने जांच के लिए अपने सर्टिफिकेट ही जमा नहीं किया है। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने सभी डीईओ-डीएसई को ऐसे पारा शिक्षकों की सेवा समाप्त करने का भी निर्देश दिया है।

जिलों से कहा है कि वैसे सभी सहायक अध्यापक जिन्होंने अबतक प्रमाणपत्र सत्यापन के लिए जमा नहीं किया है, उन्हें सेवामुक्त करने की कार्रवाई करें। साथ ही, जनवरी 2023 से मानदेय का भुगतान न हो इसे भी सुनिश्चित की जाए।

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