
झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए एक बड़ा निर्णय लेने का तैयारी कर रहे है।
झारखण्ड के सभी सरकारी स्कूलों में शिक्षक बहाल किए जाएंगे। ये स्थानीय गांव के ही होंगे। यह घोषणा शनिवार को झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने अपने पैतृक गांव अलारगी में कहीं वे सामुदायिक भवन परिसर में डुमरी, नावाडीह व चंद्रपुरा प्रखंड के लिए पांच न करोड़ की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास किया।
जाने क्यों होगी फिर से पारा शिक्षकों की बहाली
शिक्षा मंत्री महतो के द्वारा इस मौके पर कहा गया कि उन्होंने 50 हजार शिक्षकों का पद सृजित किया था, जिस पर उच्च न्यायालय ने रोक लगा दी है। वे हाई कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं। सरकार सुप्रीम कोर्ट भी जा सकती है, पर इसमें बहुत समय लगेगा। इसलिए झारखंड में पारा शिक्षकों की फिर से बहाली करने का निर्णय लिया है ताकि विद्यालयों में शिक्षकों की कमी पूरी की जा सके।
सरकार ने पारा शिक्षकों की मांगों को पूरा किया
उन्होंने आगे कहा कि हमारी सरकार ने पारा शिक्षकों की मांगों को पूरा किया है। उचित सम्मान देते हुए उनके मानदेय में भी बढ़ोतरी की गई है।
टेट पास को सरकारी शिक्षकों के समान मानदेय देने का प्रयास
उन्होंने आगे कहा कि अब सहायक शिक्षकों का मानदेय सरकारी शिक्षकों के समान करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष कोर्ट न जाए और 1932 के खतियान पर आधारित स्थानीय व नियोजन नीति को कोई चुनौती न दे सके, इसके लिए कुल नौ शेड्यूल लगाया गया है। इसके बावजूद इसमें अड़चन डाला जाएगा तो हमारे हाथ में बल्ला है, जिससे छक्का मारेंगे।
मौके पर डुमरी के पूर्व जिला परिषद सदस्य भोला महतो, झामुमो नेता बरकत अली खान, रामपुकार महतो, लोकेश्वर महतो, बृजलाल हांसद, भुनेश्वर महतो, राजकिशोर पुरी, अजित शर्मा, रूपलाल महतो, आदि उपस्थित थे।