
हजारीबाग: झारखंड सरकार के महत्वाकांक्षी एवं गरीबों के हित में संचालित मुख्यमंत्री दाल-भात योजना आज हजारीबाग जिले में बंद हो गई है
। बतादे कि जिले में कुल 22 केंद्र संचालित थे जो महिला समूह द्वारा चलाई जा रही थी। जिसमें 5 रुपया में दाल, भात, सब्जी दिया जा रहा था। गरीब, असहाय, रिक्शा चालक, ठेला मजदूर, मरीज व उनके अटेंडेंट सहित काफी लोग खाना खा कर अपना जीवन यापन चला रहे थे।
यह योजना उन के लिए वरदान भीसाबित हो रहा था। साथ ही करीब 200-250 महिलाओं को रोजगार मिल रहा था जिनसे वे अपना परिवार का लालन-पालन एवं बच्चों को पढ़ा लिखा रही था।
पहचान पत्र दिखाने पर ही भोजन देने का फरमान
पर माह अक्टूबर 2022 में एक पत्र आया जिसमें कहा गया कि जो आधार कार्ड, वोटर कार्ड या कोई पहचान पत्र लावे उसे ही खाना देना है। यह गरीब मजदूर आदि लोग कोई कार्ड लेकर आने में असमर्थ हैं।
उन लोगों का कहना है कि हमारे पास ऐसा कोई पहचान पत्र नहीं है। और कुछ के पास है तो वह जहां-तहां रहते हैं। इसलिए साथ में कार्ड रखना संभव नहीं है।
नवम्बर माह से आवंटन बन्द
केंद्र संचालिकाओं का कहना है कि माह नवंबर से आवंटन बंद कर दिया गया है। जिस कारण केंद्र बंद है। लाभुक केंद्र बंद देखकर निराश लौट रहे हैं। जबकि हजारीबाग छोड़कर अन्य जिलों में केंद्र संचालित किया जा रहा है।
केन्द्र संचालिकायें जिला आपूर्ति पदाधिकारी, उपायुक्त से गुहार लगा रही है कि गरीबों के हित को देखते हुए स्थानीय स्तर पर केंद्र पूर्व की तरह संचालित करने की कृपा करें। ताकि गरीबों का निवाला खत्म ना हो।
ज्ञात हो कि जब केंद्र प्रारंभ हुआ था (2011) में तब भी कहा गया था कि पहचान पत्र लाना है, लेकिन लाभुकों के विरोध के कारण तत्कालिक उपायुक्त ने इसे हटा दिया था।
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