
राज्य के सरकारी स्कूलों में झारखंड के स्वतंत्रता सेनानी, महापुरुष, झारखंड आंदोलनकारी, खिलाड़ी समेत विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले महत्वपूर्ण लोगों की जीवनी पढ़ाई जायेगी।
जेसीइआरटी की ओर से 42 लोगों की जीवनी तैयार की गयी है।किताब तैयार करने 5 के लिए आगे की प्रक्रिया शुरू की गयी है। इसके लिए शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने एकेडमिक कमेटी के गठन की स्वीकृति दे दी है । कमेटी में केंद्रीय विवि व रांची विवि के इतिहास विभाग के एक-एक प्रोफेसर व ।
उच्च विद्यालय के इतिहास व हिंदी के एक-एक शिक्षक शामिल होंगे। कमेटी जेसीइआरटी द्वारा तैयार सामग्री का अध्ययन करेगी। जीवनी में शामिल किये गये तथ्यों का सत्यापन किया जायेगा।
सरकारी स्कूलों के बच्चों के सीखने की क्षमता में झारखंड को तीसरा स्थान
झारखंड के स्कूली बच्चे सीखने के मामले में देश के टॉप राज्यों में शामिल हैं, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार बच्चों के सीखने की क्षमता के मामले में झारखंड को देश में से तीसरा स्थान मिला है।
राजस्थान पहले स्थान पर है। राजस्थान को 180 में 168 अंक मिले हैं ।
वहीं, कर्नाटक व चंडीगढ़ को 160 160 अंक मिले हैं।
झारखंड को 156 अंक मिले हैं।केंद्र सरकार क परफॉरमेंस ग्रेडिंग इंडेक्स की रिपोर्ट वर्ष 2017-18 से जारी कर रही है। वर्ष 2017-18 में झारखंड को 154 अंक मिले थे।
वर्ष 2020-21 की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में स्कूलों में संसाधन भी क बढ़ा है. वर्ष 2017-18 में झारखंड को स्कूलों में संसाधन में 150 ई में 95 अंक मिले थे। इस वर्ष 133 अंक मिले हैं। सरकारी स्कूलों