
रिम्स के सुपर स्पेशियलिटी विभाग में शुक्रवार को निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने दो चिकित्सकों पर सख्त कार्रवाई की। गुप्ता यहां शुरू हुए तीन दिवसीय हृदय जांच शिविर के शुभारंभ मौके पर पहुंचे थे।
बताया गया कि अस्पताल में जांच के समय एक मरीज ने कार्डियक सर्जन डॉ राकेश चौधरी के खिलाफ 50 हजार रुपये मांगने का आरोप लगाकर मंत्री से शिकायत कर दी। इस पर मंत्री ने डॉ राकेश को सस्पेंड करने का निर्देश दे दिया। वहीं, कॉडियोलॉजी वार्ड में गंदी चादर देखकर कार्डियोलॉजी के एचओडी डॉ प्रकाश कुमार का एक माह का वेतन काटने के साथ शोकॉज किया।
कलह दूर करने की सलाह
बाद में स्वास्थ्य मंत्री ने कार्डियोलॉजी एवं सीटीवीएस विभाग के चिकित्सकों के साथ करीब एक घंटे तक बैठक की। इसमें विभाग में व्याप्त अंतर्कलह को दूर करने को कहा। बताया जा रहा है कि इससे पहले भी सीटीवीएस के चिकित्सकों के खिलाफ शिकायत हुई थी। लेकिन बाद में शिकायत वापस ले ली थी।
डॉक्टरों में हुई कहासुनी
कार्यक्रम के बाद जैसे ही स्वास्थ्य मंत्री और अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह रिम्स से निकले कार्डियोलॉजी के एचओडी डॉ प्रकाश कुमार व पूर्व एचओडी डॉ हेमंत नारायण के बीच कहासुनी शुरू हो गई। हालांकि रिम्स अधीक्षक डॉ हिरेंद्र बिरुआ बीच-बचाव कर दोनों को वहां से ले गए और मामला शांत कराया।
मंत्री और सचिव के निरीक्षण में खुली व्यवस्था की पोल
स्वास्थ्य मंत्री, अपर मुख्य सचिव ने कार्डियोलॉजी विंग में भर्ती मरीजों से बात की। तभी मंत्री ने मरीज के बेड पर बिछी चादर देखी तो बिफर गए। उन्होंने मरीजों से कंबल दिए जाने व चादर बदलने की जानकारी मांगी। चादर की स्थिति देखकर मंत्री ने कहा कि तीन बार इसकी हिदायत दी गई है। बावजूद इसके कार्डियोलॉजी की व्यवस्था नहीं सुधर रही है। अपर मुख्य सचिव ने मौके पर उपस्थित विभाग के संयुक्त सचिव विद्वानंद शर्मा पंकज को अविलंब विभाग की चादर-कंबल की स्टोर एवं लॉन्ड्री जाकर जांच करने की हिदायत दी।
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