
लापरवाही बरतने के कारण पेयजल विभाग से जिन कर्मियों को टर्मिनेट कर दिया गया था, उन्हें अब सीएम हेमंत सोरेन के हाथों नियुक्ति पत्र देने की तैयारी की जा रही है।
बता दे कि डिस्ट्रीक एसएलडब्लुएम काडिनेटर पद के लिए जारी मेधा सूची में राजेश कुमार सिंह को 6 चयनित कैंडिडेट के बीच टॉप पर रखा गया है। इस हिसाब से इस पद के लिए उसका नाम तय है और अब इसी राजेश कुमार सिंह के पिछले रिकॉर्ड को दरकिनार करते हुए कल 5 नवंबर को एक कार्यक्रम में सीएम हेमंत सोरेन के हाथों नियुक्ति पत्र देने की संभावना जताई जा रही है। वहीं पेयजल विभाग, रामगढ़ से इस मामले पर पूछे जाने पर उन्होंने इससे इंकार किया है।
अर्हता को पूर्ण किये बिना राजेश को दिया जा रहा नियुक्ति पत्र,
इस संबंध में बताया गया कि विज्ञापन की शर्तों के विपरीत निर्धारित आयु सीमा, कंप्यूटर की जानकारी, और किसी प्रकार का अनुभव नहीं होने के बावजूद भी उसे 10 अंक अतिरिक्त तौर पर दिया गया है। अतः नियुक्ति के शर्तों का घोर उल्लंघन करते हुए राजेश को मौका दिए जाने की तैयारियां अब विवादों के घेरे में आ चुकी हैं। साथ ही मामला बढ़ गया, लेकिन अब देखना है कि क्या राजेश को नियुक्ति पत्र मिलता है या नहीं।
जानें पूरा मामला
राजेश कुमार सिंह के बारे में कहा जा रहा है कि उनकी उम्र सीमा 35 की बजाय 55 तक की है। साथ ही चतरा में जब वे सेवा दे रहे थे, उनके पास कंप्यूटर की कोई भी जानकारी अप्रैल- मई तक नहीं थी। यहाँ तक कि चतरा डीसी सह जिला जल एवं स्वच्छता समिति के प्रमुख ने 21 अप्रैल, 2022 (पत्रांक 09/एसबीएम) राजेश कुमार सिंह और अन्य दो कैंडिडेट को कार्यों में लापरवाही बरते जाने और अन्य शिकायतों के आधार पर कार्यमुक्त करने का आदेश जारी किया था। डीसी के इतने महत्वपूर्ण आदेश को रामगढ़ जिला प्रशासन ने नजर अंदाज कर दिया है।
चयन समिति के पदाधिकारी
रामगढ़ जिले में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के लिए विभिन्न पदों के लिए विज्ञापन पिछले दिनों जारी किया गया था। इसके बाद सारी प्रक्रियाओं को पूरा करते हुए चयन समिति ने डिस्ट्रीक एसएलडब्लुएम काडिनेटर के लिए मेधा सूची जिला स्तरीय जारी की।
इस समिति में प्रभारी पदाधिकारी, सामान्य शाखा, रामगढ़, स्थापना उप समाहर्ता (सदस्य), प्रिंसिपल रामगढ़ कालेज (सदस्य), जिला कल्याण पदाधिकारी (सदस्य), जिला पंचायती राज पदाधिकारी (सदस्य) और डीडीसी, रामगढ़ (सदस्य) भी शामिल हैं। वहीं रामगढ़ कालेज की प्रिंसिपल शारदा प्रसाद के अनुसार उनके प्रतिनिधि के तौर पर कालेज के एसोसिएट प्रोफेसर सुनील ने मेधा सूची पर हस्ताक्षर किया है। उन्होंने पूरा मामले को गंभीरता से लिया और राजेश कुमार सिंह का चयन नहीं होने की जानकारी दी।