
शिक्षकों ने आखिर क्यों काला बिल्ला लगाकर किया शिक्षण कार्य ?
झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के राज्य कार्यकारिणी के निर्णय के आलोक में प्रखंड के सभी शिक्षक अपनी 4 सूत्री मांगों के समर्थन में काला बिल्ला लगाकर पठन-पाठन का कार्य किया ।
शिक्षकों के मांगो पर सरकार कर रही नजरअंदाज
शिक्षकोंने बताया कि सरकार हमारी मांगों को नजरअंदाज कर रही है विदित हो कि छठे वेतन आयोग में शिक्षकोंको भी उत्क्रमित वेतनमान देने का प्रावधान है लेकिन उस समय की सरकार ने सिर्फ सचिवालय कर्मियों को ही इसका लाभ दिया और शिक्षकोंको दरकिनार कर दिया गया। साथ ही बार-बार अंतर जिला स्थानांतरण को कानूनी दांवपेच लगाकर सरकार टालमटोल कर रही है ।जिससे सैकड़ों मील दूर शिक्षक कार्य करने को मजबूर है ।
दूसरी तरफ बिहार सरकार ने अपने शिक्षकोंको एमएसीपी का लाभ दे दिया लेकिन झारखंड सरकार उससे भी शिक्षकों को वंचित रखा है । साथ ही शिक्षकों के द्वारा इतना गैर शैक्षणिक कार्य कराया जाता है जिससे विद्यालयों में पठन-पाठन बाधित होता है और इसका सीधा नुकसान बच्चों का होता है ।
कार्यक्रम को सफल बनाने मैं सभी शिक्षकों ने भरपूर सहयोग दिया । अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष कमलेश कुमार कमल, सचिव बद्दी उजमा , प्रदीप कुमार, सुरेंद्र कुमार दास, जनार्दन वर्मा, कैसर आलम ,राकेश कुमार, राजकुमार प्रजापति , शशिकांत शर्मा ,जन्मेजय सिंह , ब्रज किशोर प्रसाद , मृत्युंजय सिंह आदि शिक्षकों ने सभी शिक्षकों को कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त किया है।
बड़ी खबर : आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं की नियुक्ति नियमावली में संशोधन , अब इंटर पास की होगी नियुक्ति