
आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं की नियुक्ति नियमावली में संशोधन की गई है। नियुक्ति नई गाइडलाइन के तहत ही होगी।
झारखंड राज्य में अब इंटर पास महिला ही आंगनबाड़ी सेविका बन सकेगी। साथ ही अब 35 वर्ष की आयु सीमा तक की महिलाएं ही इसके लिए योग्य होंगी। 35 वर्ष से उपर की बहाली अब नहीं हो सकेगा।
वहीं सहायिकाओं के लिए भी नयी गाइडलाइन के तहत ही नियुक्ति ली जाएगी।अब आंगनबाड़ी सहायिकाओं को न्यूनतम मैट्रिक पास होना जरूरी है। सरकार के नयी नियुक्ति नियमावली और इसमें संशोधन से महिलाओं की उम्मीदों पर भी पानी फिर गया, जो नयी सेविका व सहायिकाएं बनने का सपना देख रहे हैं।
सरकार की नयी नियुक्ति नियमावली जारी होने से पहले आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं के लिए अलग-अलग अहर्ताएं थी। सेविका के लिए मैट्रिक पास व सहायिकाओं के लिए केवल साक्षर होना अनिवार्य था। उम्र सीमा की बात करें तो दोनों के लिए न्यूनतम 18 तो अधिकतम 40 वर्ष था।
मगर सरकार द्वारा जारी नयी नियुक्ति नियमावली के संकल्प के बाद अब 35 वर्ष से एक दिन भी अधिक होने के बाद वे न तो सेविका बन सकेंगी और न ही सहायिका
यहां तक कि सहायिकाओं के लिए अब मैट्रिक पास होना अनिवार्य है।
नयी नियुक्ति नियामवली के दायरे में वैसी महिलाएं नहीं आएंगी, जो पूर्व से सेविका या सहायिका पद पर कार्य कर रही हैं या फिर संकल्प जारी होने की तिथि के पूर्व आवेदन दे चुके हैं। उनका प्रस्ताव आम सभा कर भेज दिया गया हो।
विदित हो कि सरकार ने आंगनबाड़ी सेविका या सहायिका चयन व मानदेय नियमावली 2022 को कैबिनेट से मंजूरी मिल चुका है।
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