
हजारीबाग राँची एक्सप्रेस : पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के बीच रविवार संध्या को झील घाट पर अर्घ्य देने के दौरान अज्ञात अपराधियों ने एक छठव्रती को गोली मार दी। मालूम हो कि जब परिजनों ने पीठ से खून निकलता देखा तब इसकी सूचना पुलिस को दी और पुलिस की सहायता से अस्पताल में भर्ती कराया गया। गोली का शिकार बना युवक मटवारी निवासी सूरज कुमार सिंह है। उनका Hzb आरोग्यम अस्पताल में चिकित्सकों की टीम ने ऑपरेशन कर पीठ से गोली बाहर निकाली।
गोली श्री सूरज के रीढ़ की हड्डी के बगल में जाकर फंस गया था। जिसे चिकित्सकों ने बाहर निकाल दिया। संभावना बताया जाता है कि किसी अज्ञात अपराधियों ने साइलेंसर लगे कट्टा या किसी अन्य बंदूक से सूरज को पीठ में सटाकर गोली मार दी। समाचार लिखे जाने तक वह खतरे से बाहर था और चिकित्सकों ने उसे सोमवार सुबह को ही घर भेज दिया।
आख़िर गोली कब लगी यह कोई बोलने को तैयार नहीं था और घायल मरीज भी यह बताने में असमर्थ था। इस बाबत थाने में किसी तरह का कोई आवेदन भी अभी तक नहीं दिया गया है। गोली चलने की घटना के बाद घायल युवक को पुलिस की मदद से Hzb आरोग्यम अस्पताल भेजा गया। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
सुरक्षा पर असुरक्षित रहे श्रद्धालु
महापर्व छठ पूजा की तैयारी लगभग 10 दिन पूर्व शुरू हो चुकी थी । पुलिस प्रशासन की हर एक व्यवस्था पर पैनी नजर रखी जा रही थी। सीसीटीवी , ट्रैफिक , फायर वाहन, एम्बुलेंस , सभी की तैयारी प्रशासन के स्तर से पूरी हो चुकी थी । इतनी सुरक्षा में रक्षा भी नहीं कर पाए । शहर में जब भी बड़ी वारदात को अंजाम दिया जाता है तो प्रशासन की तीसरी आँख कहे जाने वाली सीसीटीवी अधिकांश कैमरा खराब होने की जानकारी प्राप्त होती है। जितने भी फ़ोर्स तैनात किए गए , यहां तक की झील परिसर में सीआरपीएफ़ 22 बटालियन के जवान भी मौजूद थे । इतनी मजबूत सुरक्षा के बाद भी अपराधी गोली मार कर चला गया । और पुलिस को इस घटना की तनिक भी भनक तक नहीं लगी ।
अपराधी और ज़ख़्मी युवा की दूरी दो कदम की होगी : डॉक्टर
इलाज़कर्ता Hzbआरोग्यम अस्पताल के डॉ मनीष सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टि से गोली है ।पुलिस के जाँच के बाद ही बताया जा सकता है की गोली है या फ़िर कुछ और ! अंदेशा लगाया जा सकता है की अपराधी और ज़ख़्मी युवा की दूरी दो कदम की होगी । ज़ख़्मी युवा अपराधी से एक सीढ़ी नीचे होगा और अपराधी ने माथे के पीछे से बंदूक की नोक को नीचे की ओर करके गोली चलाया गया होगा । जिससे की गोली रीढ़ कि हड्डी के निचले हिस्से के किनारे में जा कर अटक गया । जिसे की लम्बे ऑपरेशन के बाद निकाल दिया गया है फ़िलहाल मरीज़ अब ख़तरे से बाहर है ।

मरीज से सवाल : किसी से आपकी कोई दुश्मनी
सूरज कुमार ने कहा की मेरी आज तक किसी से कोई दुश्मनी नहीं – मैं सुबह उठता हूँ सीधे आपने काम पर चला जाता हूँ । ड्यूटी खत्म होते ही घर आ जाता हूँ । क्यों किस लिये मुझ पर हमला किया गया यह मुझे नहीं पता ।
देश में नही बनता है पीठ से निकली गोली, जांच के बाद हो सकता है बड़ा खुलासा
युवक के पीठ में लगी गोली विशेषज्ञों के अनुसार देश में नहीं बनती है। शायद यह मेड इन जर्मनी होगी। देशी हथियार में भी इस गोली का प्रयोग नहीं किया जा सकता। यह विशेष हथियार है और जांच के बाद हीं इस पर कुछ कहा जा सकता है। संभावना जताया जा रहा है जांच होेने पर बड़ा खुलासा हो सकता है।
गोली नहीं लगी है, शायद पटाखा का स्प्रिलिंटर होगा, स्वयं मैने इलाज के लिए युवक को अस्पताल भेजा है। जांच के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है।
बयान : गणेश कुमार सिंह, इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी सदर, हजारीबाग
बड़ी खबर : शिक्षा सचिव के निर्देश के बाद आज से होगा सरकारी स्कूलो का निरीक्षण , खामियां मिलने पर कार्रवाई तय
पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था