
स्कूलों में हेडमास्टर की सीधी नियुक्ति को लेकर शिक्षा विभाग ने शुरू की तैयारी , 30 हज़ार प्रधानाध्यापको की बहाली
झारखंड में सहायक आचार्य की नियुक्ति के अलावे अब हेडमास्टर की भी नियुक्ति होगी। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है।
प्रारंभिकस्कूलों में 30 हजार प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति की तैयारी है। जिसमें मिडिल स्कूलों के साथ ही प्राथमिक विद्यालयों में भी हेडमास्टर नियुक्त होंगे। अपग्रेड किए गए मिडिल स्कूलों में भी प्रधानाध्यापकों के पद सृजित किए जाएंगे। साथ ही वैसे प्राथमिकस्कूलों में जहां 150 से ज्यादा बच्चे नामांकित हैं वहां भी प्रधानाध्यापक रखे जाएंगे।
राज्य में करीब 22 हज़ार प्राथमिक विद्यालय और 13 हज़ार मिडिल स्कूल
बतादें कि राज्य में 3296 मिडिल स्कूलों में ही प्रधानाध्यापक के पद अबतक सृजित हैं, जिनमें से मात्र 83 में ही हेडमास्टर कार्यरत हैं,बाकी खाली है। राज्य में करीब 22 हजार प्राथमिक स्कूल व 13 हजार मिडिल स्कूल हैं।
इसमें प्रभारी ही प्रधानाध्यापक की भूमिका निभा रहे हैं और करीब 9,729 प्राथमिक विद्यालय अपग्रेड की गई है। इनमें प्रधानाध्यापकों के पद का सृजन अभी तक नहीं हुई है। इन स्कूलों में पहले प्रधानाध्यापकों का पद सृजन किया जाएगा।
पहले चरण में 14996 पदों पर भर्ती
सरकार के द्वारा पिछले महीने से इन अपग्रेडेड स्कूलों में शिक्षकों के तीन-तीन पद यानि कुल 29,175 पद सृजित किए गए थे।
इन स्कूलों को सामाजिक अध्ययन के 9729 वभाषा के 9717 , विज्ञान व गणित के 9729 पद सृजित हुए हैं। इन पदों पर दो चरणों में नियुक्ति होगी। पहले चरण में 14996 व दूसरे में 14,179 पदों पर भर्ती होगी।
शिक्षा विभाग ने जिलों से मांगी रिपोर्ट
राज्य के प्राथमिक स्कूलों में में 150 नामांकन पर भी अभी तक प्रधानाध्यापक नहीं हैं। इन स्कूल के वरीय शिक्षक ही प्रधान शिक्षक की भूमिका से कार्य कर रहे हैं। अब इन स्कूलों में भी प्रधानाध्यापक देने की योजना है। जिन प्राइमरी स्कूलों में 150 से अधिक बच्चे होंगे वहां प्रधानाध्यापक का पद सृजित की जाएगी। इसके लिए शिक्षा विभाग ने जिलों से रिपोर्ट मांगी है।
विभाग के द्वारा कितने स्कूलों में 150 से कम और इससे अधिक छात्र-छात्रा नामांकित हैं उसका जानकारी जुटाया जा रहा है। इसी आधार पर पद सृजन होगा। शिक्षा विभाग की माने तो सभी स्कूलों में प्रधानाध्यापक के पद सृजित कर दिये जाएंगे। जब 150 से अधिक नामांकन हो जाएगा तो उनमें भी प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति की हो सकेगी।
प्रधानाध्यापक के पद सृजन के बाद प्रमोशन व सीधी नियुक्ति के आधार पर बहाली
प्रधानाध्यापक के पद सृजन के बाद प्रमोशन व सीधी नियुक्ति के आधार पर हेडमास्टर की नियुक्ति होगी। जिनमें आधे पद प्रमोशन से भरे जाएंगे। यह प्रमोशन जिला स्तर पर शिक्षकों को दिए जाएंगे। जिससे वे प्रधानाध्यापक बन सकेंगे। वहीं 50 फीसदी सीटो पर झारखंड लोक सेवा आयोग के माध्यम से सीधी नियुक्ति होगी। सरकारी स्कूलों में 30 हज़ार प्रधानाध्यापको की नियुक्ति होगी।