Chhath Puja 2022: कल से शुरू हो रहा छठ पूजा, नहाय-खाय से खरना तक जाने पूरी डिटेल

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Chhath Puja 2022: कल से शुरू हो रहा छठ पूजा, नहाय-खाय से खरना तक जाने पूरी डिटेल

Chhath Puja 2022 : छठ पूजा का पर्व कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि में मनाया जाता है। इस बार छठ पूजा पर्व का प्रारम्भ 29 अक्टूबर से हो रही और 01 नवम्बर को सुबह के अर्घ्य के साथ समापन होगा।

छठ पूजा के दिन सूर्यदेव व षष्ठी मैया की पूजा की जाती है। साथ ही इस दिन शिव जी की भी पूजा भी की जाती है। यह त्योहार सबसे ज्यादा बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं पश्चिमी बंगाल में मनाया जाता है। वहीं इसे नेपाल में भी मनाया जाता है। यह त्योहार को सूर्य षष्ठी के नाम से भी जाना जाता ह । छठ पूजा में 36 घंटे का निर्जला व्रत रखा जाता है।

नहाय खाय के साथ शुरू होगा छठ पर्व

शुक्रवार को नहाय खाय के साथ छठ पूजा का शुरुआत होगा। इस दिन व्रत करने से पहले छठव्रती एक बार ही खाना खाते हैं। और नहाय खाय के साथ यह व्रत शुरू होगा।

शनिवार को छठ के दूसरा दिन खरना है। इस दिन सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक छठव्रती उपवास रहते हैं। उसके बाद खरना व भगवान भास्कर को अर्पित किया जाता है। व्रत का तीसरे दिन छठ पूजा का सबसे प्रमुख दिन माना जाता है। इस मौके पर शाम के समय भगवान सूर्य को डूबते हुए अर्घ्य देने की परंपरा है और बांस की टोकरी में फलों, ठेकुआ, चावल के लड्डू आदि से अर्घ्य के सूप को सजाते हैं। इ

सके बाद, व्रती अपने परिवार के साथ मिलकर डूबते हुए सूर्यदेव को अर्घ्य देते हैं और भगवान भास्कर की अराधना की जाती है। इस दिन सूर्यास्त का समय 05 बजकर 37 मिनट रहेगा


वहीं चौथे और अंतिम दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। इसे उषा अर्घ्य कहते हैं। 36 घंटे के निर्जला उपवास के बाद ये अर्घ्य दिया जाता है। ये 31 अक्टूबर को छठ का आखिरी दिन होगा। इस दिन सूर्योदय का समय 06 बजकर 31 मिनट पर होगा।

छठ पूजा के दौरान इन बातों का रखें ध्यान

छठ पूजा हिंदुओ के प्रमुख त्योहारों में एक प्रमुख त्योहार माना जाता है। छठ पूजा का प्रसाद बनाते समय नमकीन वस्तुओं को हाथ नहीं लगाएं। भगवान सूर्य को स्टील, प्लास्टिक, शीशे, चांदी आदि के बर्तन से अर्घ्य नहीं देने की परम्परा है।

छठ के दिन क्या उपाय करनी चाहिए

जो लोग संतान प्राप्ति करना चाहते हैं वे लोग छठ के दिन 108 बार इस मंत्र का जाप करें ” ऊं ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम: ” .
वहीं जिन लोगों की नौकरी नहीं लग रही है या घर में आर्थिक समस्या आ रही है, वो लोग इस दिन सूर्यदेव के मंत्र ” ऊं घृणिः सूर्याय नमः ” का जाप करे
संतान की सुख समृद्धि के लिए इस दिन भगवान सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए एवं पशु पक्षियों को गेहूं के आटे व गुड़ से बना व्यंजन खिलाना चाहिए। Chhath Puja

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