मुख्यमंत्री ने कॉलेज के छात्र- छात्राओं को सौंपा नियुक्ति पत्र
मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने आज अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के विशेष प्रयोजन वाहिनी ( एसपीवी) के रूप में कार्य कर रही प्रेझा फाउंडेशन द्वारा संचालित कल्याण गुरुकुल एवं कौशल कॉलेज के 31 छात्र- छात्राओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। झारखंड मंत्रालय में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं को भरोसा दिलाया कि उनके कौशल विकास और रोजगार के लिए सरकार कृत संकल्पित है। उन्होंने नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
अपने दायित्वों को निष्ठा के साथ निभाएं
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से कहा कि नियुक्ति पत्र मिलने के साथ आपके दायित्व भी बढ़ गए हैं। आपको अपने घर- परिवार को चलाने के साथ समाज, राज्य और देश के लिए जिम्मेदारी निभानी है। ऐसे में पूरी निष्ठा से अपने दायित्वों का निर्वहन करें, क्योंकि आपसे बहुत कुछ जुड़ा है।
सीखने की प्रक्रिया को जारी रखें
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से कहा कि संसार में कभी कोई कार्य रुकता नहीं है । ऐसे में बदलते समय के अनुरूप अपने को बनाए रखना जरूरी है। आप अपने कार्यों में निरंतरता के साथ सीखने की प्रक्रिया भी हमेशा जारी रखें। यह आपको और भी आगे ले जाएगा।
दूसरे युवाओं को भी प्रेरित करें_
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां जिन छात्र- छात्राओं को नियुक्ति पत्र मिला है, उनमें ज्यादातर ग्रामीण परिवेश के हैं। ऐसे में आप उनके लिए किसी न किसी रूप में प्रेरणा स्रोत बनेंगे। आपकी सफलता ग्रामीण युवाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब आपके पास हुनर होगा तो रोजगार के अनेकों मौके मिलेंगे।
देश के साथ विदेश की कंपनियों में मिली नौकरी
प्रेझा फाउंडेशन द्वारा संचालित कौशल कॉलेज और कल्याण गुरुकुल के जिन विद्यार्थियों को आज नियुक्ति पत्र मिला, उनमें कल्याण गुरुकुल के 13 विद्यार्थियों का चयन दुबई की एक कंपनी, नर्सिंग की चार छात्राओं का चयन हैदराबाद के एक बड़े अस्पताल, कलीनरी के छह विद्यार्थियों का चयन राजस्थान और आठ विद्यार्थियों का हैदराबाद के एक बड़े होटल के लिए हुआ है।
इस अवसर पर मंत्री श्री दीपक बिरुवा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अरवा राजकमल, सचिव श्री कृपानंद झा और प्रेझा फाउंडेशन के मुख्य परियोजना पदाधिकारी श्री एम कुमार मौजूद थे।