पारा शिक्षकों को तीन माह में वेतनमान, हेमन्त सोरेन के वादे को क्या सीएम चम्पई सोरेन करेंगे पूरे
झारखंड सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के राज्य इकाई की बैठक रांची के मोराबादी मैदान में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता विनोद तिवारी जी ने की। बैठक में प्रमुखता से यह बात छन कर आई कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सरकार बनने के तीन माह में वेतनमान देने वायदा सवा चार वर्षों में भी पूरा नहीं किया। पिछले चार माह से राज्य में चंपई सोरेन की सरकार है, जो स्वयं को हेमंत पार्ट 2 कहते हैं लेकिन इसमें भी पारा शिक्षकों का कुछ काम नहीं हुआ। वर्तमान समय में राज्य के 62 हजार पारा शिक्षक सरकार बनने के साढ़े चार वर्ष बीतने के बावजूद वेतनमान नहीं मिलने, ईपीएफ तथा अनुकंपा नहीं मिलने, आंदोलन के क्रम में रघुवर सरकार द्वारा किए गए केस वापसी नहीं होने सहित विभिन्न मांगों की पूर्ति नहीं होने से आक्रोशित हैं।
संघर्ष मोर्चा के राज्य इकाई के सभी पदाधिकारियों, जिलाध्यक्ष, जिला सचिव, सक्रिय साथियों के विचार के पश्चात अपनी मांगों की पूर्ति के लिए उलगुलान का निर्णय लिया गया, एवं आंदोलनात्मक गतिविधियां तय की गई जो निम्नवत हैं ।
(1) 26 जून 2024 को सभी मंत्रियों एवं सत्ता पक्ष के सभी विधायकों को मांग पत्र,
(2) 30 जून हुल दिवस के अवसर पर राज्य के सभी प्रखंड मुख्यालय में मशाल जुलूस,
(3) 08 जुलाई को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में जिला इकाई द्वारा मुख्यमंत्री के नाम उपायुक्त को ज्ञापन,
(4) 20 जुलाई से मुख्यमंत्री आवास का अनिश्चितकालीन घेराव,
इसके बावजूद मांगें पूरी नहीं हुई तो मोर्चा की बैठक कर शैक्षणिक हड़ताल के साथ सभी विद्यालयों में तालाबंदी का निर्णय लिया जाएगा.
बैठक में राज्य इकाई के बिनोद बिहारी महतो, संजय दुबे, सिंटू सिंह, सिद्दिक शेख, हृषिकेश पाठक, सुमन कुमार, विकास चौधरी, निरंजन दे, बेलाल अहमद, बैजनाथ महतो, मो0 शकील, नारायण महतो, भागवत तिवारी, तुलसी महतो, जसीम अंसारी, कृष्णा पासवान, चंदन मेहता, जया रानी कुंवर, नेली लूकस, शेखर सिंह, दीपक पाण्डेय, रविंद्र सिंह, मनोज घोष, अरविंद प्रताप देव, मोतीलाल टुडू, समोधि यादव आदि सहित सैकड़ों सांगठनिक पदधारी एवं सदस्यगण शामिल थे.